सूरजपुर। पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू (भा.पु.से.) के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मधुलिका सिंह व एसडीओपी ओड़गी राजेश जोशी के मार्गदर्शन में थाना झिलमिली पुलिस के द्वारा शनिवार को ग्राम खड़ापारा में पुलिस जन चौपाल लगाकर आमजनता की समस्याओं को गंभीरतापूर्वक सुनकर मौके पर निराकरण किया। इस दौरान पुलिस अधिकारी के द्वारा ग्रामीणों को कानून, साइबर क्राईम, वर्तमान में हो रहे धोखाधड़ी से जागरूक रहने की जानकारी देते हुए उनकी शिकायत-समस्याएं को सुना और निराकरण किया। मौजूद जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों से चर्चा कर गांव की स्थिति के बारे में जानकारी ली। ग्रामीणों को कानून की जानकारी देते हुए अपराध से बचने की समझाईश दी और वर्तमान दौर में किए जा रहे फ्राड जिनमें बैंक एटीएम कार्ड बदलकर धोखाधड़ी करने तथा बैंक का अधिकारी अथवा कर्मचारी बनकर मोबाइल से आधार कार्ड एवं एटीएम कार्ड की गोपनीय जानकारी प्राप्त कर बैंक खातों से रकम पार करने की घटित हो रही घटनाओं की विस्तृत जानकारी ग्रामीणों को देते हुए ठगी का शिकार होने से बचने की सलाह दी। यातायात नियमों की जानकारी देते हुए उसका पालन करने, सड़क दुर्घटना में घायलों की मदद करने, अवैध कार्यो एवं अपराध की सूचना पुलिस को देने की अपील किया।
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'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।