सोमवार, 3 अप्रैल 2023

डामर प्लांट में चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले 2 आरोपी गिरफ्तार, थाना विश्रामपुर पुलिस की कार्यवाही

सूरजपुर  बीते दिन ग्राम सतपता निवासी सत्यम मिश्रा ने थाना विश्रामपुर में रिपोर्ट दर्ज कराया कि 1 अप्रैल के रात्रि में अज्ञात चोर इसके ग्राम केशवनगर स्थित डामर प्लांट गोदाम के खिड़की को तोड़कर लोहे का एंगल, पट्टा, ट्रक का पहिया चोरी कर ले गए। रिपोर्ट पर थाना विश्रामपुर में धारा 457, 380 के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया। मामले की सूचना पर पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री रामकृष्ण साहू (भा.पु.से.) ने चोर की पतासाजी कर जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश थाना प्रभारी विश्रामपुर को दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मधुलिका सिंह व सीएसपी जे.पी.भारतेन्दु के मार्गदर्शन में थाना विश्रामपुर पुलिस को मुखबीर से सूचना मिला कि सतपता के सहनवाज और सतीश बघेल को चोरी का सामान ले जाते हुए देखा गया है जिसके बाद पुलिस ने दबिश देकर सहनवाज खान पिता तनवीर खान उम्र 22 वर्ष निवासी सतपता एवं सतीश पिता गणपत राम उम्र 19 वर्ष निवासी सतपता को पकड़ा गया। पूछताछ पर दोनों के द्वारा डामर प्लांट से चोरी करना स्वीकार किए। आरोपियों के निशानदेही पर चोरी का 1 नग डिस्क, 5 नग पट्टा, 3 नग एंगल व स्टेड कीमत करीब 10 हजार रूपये का जप्त कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। इस कार्यवाही में एएसआई सोहन सिंह, शशि शेखर तिवारी, प्रवीण राठौर, प्रधान आरक्षक रामनिवास तिवारी, अविनाश सिंह, विकास सिंह, आरक्षक रवि शंकर पाण्डेय, उमेश राजवाड़े, बिहारी पाण्डेय, अभिमन्यु पैकरा, योगेश सिंह, प्यारेलाल राजवाड़े, मनोज कुमार व वाहिद हुसैन सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।