सोमवार, 20 फ़रवरी 2023

कोयला अफरा-तफरी मामले में थाना सूरजपुर पुलिस ने 2 आरोपियों को किया गिरफ्तार फर्जी तरीके से ट्रक का नंबर प्लेट बदलकर की गई थी कोयला की अफरा-तफरी

सूरजपुर दिनांक 09.09.22 को ग्राम गेतरा निवासी अहिबरन सिंह ने थाना सूरजपुर में रिपोर्ट दर्ज कराया कि यह डीओ के आधार पर खदानों से कोयला का ट्रांसपोर्टिग का कार्य करता है। दिनांक 06.07.22 को ट्रक क्रमांक यूपी 65 एचटी 5283 का अज्ञात चालक द्वारा गायत्री खदान से उक्त ट्रम में 27980 मिट्रिक टन कोयला कीमत करीब 2 लाख 10 हजार रूपये का लोड करके गंतव्य स्थान अंजनी स्टील लिमिटेड गेरवानी रायगढ़ ले जाने हेतु निकला था जो गंतव्य स्थान अंजनी स्टील लिमिटेड गेरवानी रायगढ़ नहीं पहुंचा, काफी खोजबीन करने के बाद भी ट्रक चालक व कोयले का पता नहीं चला। प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना सूरजपुर में अपराध क्रमांक 391/22 धारा 420, 34 भादसं. के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया। पुलिस महानिरीक्षक, सरगुजा रेंज श्री रामगोपाल गर्ग (भा.पु.से.) के सतत् मार्गदर्शन में पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री रामकृष्ण साहू (भा.पु.से.) ने कोयला अफरा-तफरी करने वाले ट्रक चालक व कोयले की पतासाजी करने के निर्देश थाना प्रभारी को दिए थे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मधुलिका सिंह व एसडीओपी सूरजपुर प्रकाश सोनी के मार्गदर्शन में पुलिस दिगर राज्य उड़ीसा व उत्तरप्रदेश के ट्रांसपोर्टरों से उक्त मामले में बारीकी से जानकारी ली गई और साइबर सेल की भी मदद ली गई। काफी गहनता से पतासाजी करने के बाद ग्राम खानेआजमपुर, थाना राबर्टसगंज जिला सोनभद्र उत्तरप्रदेश निवासी प्रदीप कुमार पिता रामभवन उम्र 32 वर्ष की गतिविधियां संदिग्ध पाए जाने पर उसे पकड़ा गया। हिकमत अमली से पूछताछ किए जाने पर उसने बताया कि दिनांक 05.07.22 को ट्रक क्रमांक यूपी 65 एचटी 5283 का नंबर प्लेट को फर्जी तरीके से ट्रक क्रमांक यूपी 61 एटी 3981 में लगाकर गायत्री खदान से मुन्ना सिंह उर्फ प्रभाकर सिंह पिता भारत भूषण सिंह उम्र 34 वर्ष निवासी वसुंधरा बिहार गोधनपुर अम्बिकापुर के कहने पर कोयला को गंतव्य स्थान न ले जाकर अम्बिकापुर में ईट भट्टा में बिक्री करना बताया। विवेचना के दौरान घटना में प्रयुक्त ट्रक यूपी 61 एटी 3981 को जप्त कर आरोपी प्रभाकर सिंह उर्फ मुन्ना एवं प्रदीप कुमार के द्वारा कोयला अफरा-तफरी करना पाए जाने पर दोनों को गिरफ्तार किया गया। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी सूरजपुर प्रकाश राठौर, एएसआई अरूण गुप्ता, अदीप प्रताप सिंह, विवेकानंद सिंह, आरक्षक अखिलेश पाण्डेय, रवि पाण्डेय, दीपक दुबे, युवराज यादव एवं रौशन सिंह सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।