रविवार, 19 फ़रवरी 2023

दीयागढ़ मेले में घूमने आए माॅ-बाप से बिछड़ी बच्ची, पुलिस ने चंद घंटों में 25 हजार लोगों की भीड़ के बीच बच्ची को बरामद कर परिजनों को सौंपा, परिजनों ने पुलिस का किया धन्यवाद।खोजबीन में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारी व जवान होंगे पुरस्कृत-पुलिस अधीक्षक

सूरजपुर महाशिवरात्रि पर अपने परिजनों के साथ पूजा तथा मेला घुमने के लिए रामानुजनगर क्षेत्र अन्तर्गत स्थित दीयागढ़ पहुंचे माॅ-बाप से बच्ची बिछड़ गई जिसकी सूचना पर पुलिस ने तत्परतापूर्वक खोजबीन प्रारंभ करते हुए करीब 25 हजार लोगों की भीड़ के बीच बालिका को खोज निकाला और उसे सकुशल परिजनों को सुपुर्द कर दिया। पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री रामकृष्ण साहू (भा.पु.से.) ने महाशिवरात्री पर्व पर जिले के सभी प्रमुख शिवालयों तथा मेला स्थल पर पुलिस की कड़ी सुरक्षा बंदोबस्त लगाया था। थाना प्रेमनगर क्षेत्र अन्तर्गत एक परिवार अपने 7 वर्षीय बालिका के साथ पूजा-अर्चना तथा मेला घुमने के लिए दीयागढ़ पहुंचे थे इसी बीच बालिका अपने परिजन से बिछड़ गई थी। परिजनों ने ड्यूटी में मुस्तैद पुलिस अधिकारियों को इसकी सूचना दी जिसके बाद फौरन पुलिस ने खोजबीन प्रारंभ किया। महाशिवरात्री पर्व पर मेला स्थल का जायजा लेने पहुंचे पुलिस अधीक्षक को जब इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने एसडीओपी प्रेमनगर प्रकाश सोनी व थाना रामानुजनगर के पुलिस को तत्परता के साथ गुम बच्ची की खोजबीन कर दस्तयाब करने के निर्देश दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मधुलिका सिंह के मार्गदर्शन में पुलिस गुम बालिका के पिता से बच्ची की फोटो की मांग किए जाने पर उसने अपने मोबाईल में बच्ची की तस्वीर दिखाया। पुलिस ने मेला में बड़ी संवेदनशीलता के साथ भारी भीड़ के बीच गुम बच्ची की खोजने में सफल रही। पुलिस ने बच्ची को भीड़ में रोता हुआ पाया जिसे चाॅकलेट व खाने की चीजे दिलाते हुए उसके परिजनों के पास लाया गया। बच्ची के सकुशल मिलने पर परिजनों ने पुलिस को कार्यो को सराहा और धन्यवाद दिया। इस दौरान थाना प्रभारी रामानुजनगर विपिन लकड़ा, एसआई मनी प्रसाद राजवाड़े, प्रधान आरक्षक जयप्रकाश कुजूर, सैनिक बाबुलाल व दिनेश यादव सक्रिय रहे। खोजबीन में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारी व जवान होंगे पुरस्कृत। पुलिस अधीक्षक सूरजपुर ने गुम बालिका को संवेदनशीलता के साथ भारी भीड़ के बीच खोजबीन कर उसके परिजनों तक सकुशल पहुंचाने में तत्परतापूर्वक कार्य करने वाले पुलिस अधिकारी व जवानों को पुरस्कृत करने की घोषणा की है।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।