बुधवार, 22 फ़रवरी 2023

नशे के सप्लाई चैन पर चौकी बसदेई पुलिस की कार्यवाही, सोनभद्र उत्तरप्रदेश से 1 आरोपी को पकड़ा गया इसी मामले में 3 आरोपी पूर्व में किए जा चुके है गिरफ्तार

सूरजपुर बीते 08 दिसम्बर को चौकी बसदेई पुलिस ने मुखबीर की सूचना पर रेलवे स्टेशन उंचडीह के पास घेराबंदी कर आरोपी मंगल राजवाड़े उम्र 28 वर्ष निवासी ग्राम पसला, थाना सूरजपुर को पकड़ा था जिसके कब्जे से ओनरेक्स कफ सिरप 150 नग जिसकी बाजारू कीमत करीब 1 लाख 12 हजार रूपये को जप्त एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्यवाही किया था। पूछताछ पर आरोपी ने बताया था कि सोनभद्र जिला के बैजू ठाकुर से नशीली कफ सिरप लिया था, नशीली कफ सिरप को माॅ अम्बे मेडिकल स्टोर बभनी के संचालक राकेश कुमार के द्वारा बिक्री करवाया जाता है जिसके बाद पुलिस ने अवैध नशीली दवाईयों के सप्लाई चैन को तोड़ने की दिशा में आरोपी बैजू ठाकुर व मेडिकल स्टोर संचालक राकेश कुमार को पकड़ा गया था। इन दोनों ने पूछताछ बताया था कि अनपरा-सोनभद्र निवासी अभिषेक सिंह के द्वारा नशीली कफ सिरप लाकर बिक्री हेतु दिया गया था। पुलिस महानिरीक्षक, सरगुजा रेंज श्री रामगोपाल गर्ग (भा.पु.से.) के सतत् मार्गदर्शन में पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री रामकृष्ण साहू (भा.पु.से.) ने नशे की वस्तु के सप्लाई चैन को तोड़ने तथा मामले में संलिप्त आरोपियों की धरपकड़ करने के निर्देश दिए थे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मधुलिका सिंह व एसडीओपी सूरजपुर प्रकाश सोनी के मार्गदर्शन में चौकी प्रभारी बसदेई बृजेश यादव पुलिस टीम के साथ अनपरा, सोनभद्र उत्तरप्रदेश में दबिश देकर अभिषेक सिंह पिता बजरंगी सिंह उर्फ बजरंग उम्र 32 वर्ष सा. नई बस्ती परासी अनपरा, थाना अनपरा, जिला सोनभद्र उत्तरप्रदेश को पकड़ा गया। आरोपी के द्वारा प्रतिबंधित कफ सिरप का अवैध रूप से व्यापार का वित्त पोषण करना, अपराध में इनके द्वारा दुष्प्रेरण और अपराधिक षड़यंत्र करना पाए जाने पर धारा 21(सी), 27(ए), 29 एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्यवाही कर विधिवत् गिरफ्तार किया गया। इस कार्यवाही में चौकी प्रभारी बसदेई बृजेश यादव, एएसआई लक्ष्मी प्रसाद गुप्ता, प्रधान आरक्षक आनंद सिंह, आरक्षक अमित सिंह व रौशन सिंह सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।