बुधवार, 4 जनवरी 2023

आपरेशन ईगल के तहत सूरजपुर पुलिस ने प्रारंभ किया स्थाई वारंट तामीली का अभियान

सूरजपुर। अपराधों की रोकथाम के लिए पुलिस महानिरीक्षक, सरगुजा रेंज सरगुजा श्री रामगोपाल गर्ग ने दिनांक 04.01.2023 से 20.01.2023 तक ‘‘ऑपरेशन ईगल’’ के तहत स्थाई वारंट तामील कराने के निर्देश दिए है। इसी परिप्रेक्ष्य में बुधवार को पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री रामकृष्ण साहू ने जिले पुलिस राजपत्रित अधिकारियों की मौजूदगी में समस्त थाना-चौकी प्रभारियों की वर्चुअल मीटिंग लेकर पूरे जिले में ऑपरेशन ईगल के तहत प्राथमिकता के आधार पर स्थाई वारंटी की जानकारी हासिल कर वारंट तामील करने के निर्देश दिए। बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू ने थाना प्रभारियों को कड़े शब्दों में कहा कि स्थाई वारंट तामीली में लापरवाही नहीं होनी चाहिए, वारंटी वर्तमान में कहां उसकी जानकारी निकाले, अब तक स्थाई वारंट की तामीली क्यों नहीं की गई उसकी अद्यतन स्थिति से बारे में विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर पुलिस राजपत्रित अधिकारियों के द्वारा स्थाई वारंट तामीली की मॉनिटरिंग सुनिश्चित होगी, साथ ही तामीली में लापरवाही बरतने वाले प्रभारी के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही की जाएगी। स्थाई वारंट तामीली के लिए थाना-चौकी प्रभारी स्वयं भी जाए, पुलिस अधिकारी व जवानों को तामीली के लिए भेजने से पहले उन्हें ब्रीफ करें और उन्हें हिदायत दें कि अपने पूर्ण अनुभव का इस्तेमाल करते हुए वारंट को तामील करें। इस दौरान डीएसपी मुख्यालय नंदिनी ठाकुर, एसडीओपी सूरजपुर प्रकाश सोनी, एसडीओपी ओड़गी राजेश जोशी, एसडीओपी प्रतापपुर अमोलक सिंह, निरीक्षक धर्मानंद शुक्ल मौजूद रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।