शुक्रवार, 30 दिसंबर 2022

अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने पर आईजी सरगुजा करेंगे थाना भटगांव व चौकी बसदेई पुलिस टीम को पुरस्कृत

सूरजपुर। जिले के थाना भटगांव व चौकी बसदेई पुलिस टीम के द्वारा 2 अंधे कत्ल की गुत्थी को तत्परता के साथ सुलझाने पर पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू (भा.पु.से.) के अनुशंसा पर पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज सरगुजा श्री रामगोपाल गर्ग (भा.पु.से.) के द्वारा इन पुलिस टीमों को नगद पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की है।
            18 दिसम्बर 2022 को थाना भटगांव निवासी एक महिला ने अपने 14 वर्षीय बालक की गुम होने की सूचना देने पर गुमशुदगी तथा अपहरण का मामला पंजीबद्ध किया गया। विवेचना के दौरान 25 दिसम्बर को एसईसीएल ओसीएम खदान वार्फवाल नीली झील नर्सरी में रास्ता के किनारे अपहृत बालक का शव मिला जिसके बाद हत्या का मामला पंजीबद्ध कर तत्परता के साथ गंभीरतापूर्वक विवेचना कर मामले का खुलासा किया गया और मृतक के दोस्त विधि विरूद्ध संघर्षरत् बालक के द्वारा वारदात को अंजाम देना पाये जाने पर उसे हिरासत में लिया गया।
            एक दूसरे मामले में 26 दिसम्बर 2022 को बसदेई निवासी पवन साय राजवाड़े ने चौकी बसदेई में भतीजे भारत राम राजवाड़े की मृत्यु होने की सूचना दिए जाने पर चौकी बसदेई पुलिस के द्वारा मर्ग कायमी उपरान्त मामले में हत्या का मामला पंजीबद्ध किया और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के निर्देश व मार्गदर्शन में लगातार विवेचना करते हुए मामले का खुलासा करते हुए अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाया और वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी मानसाय राजवाडे एवं उसके साथी गुलाम कादिर अंसारी को गिरफ्तार कर घटना में प्रयुक्त आलाजरब जप्त किया है।
            इन दोनों अंधे कत्ल की गुत्थी को गंभीरतापूर्वक और तत्परता के साथ सुलझाने और वारदात को अंजाम देने वालों की गिरफ्तारी कर मामले का खुलासा करने पर थाना भटगांव व चौकी बसदेई की पुलिस टीम को आईजी सरगुजा रेंज श्री रामगोपाल गर्ग (भा.पु.से.) ने नगद पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की है। उन्होंने अंधे कत्ल के दोनों मामलों को सुलझाने के लिए लगातार पुलिस टीम को विवेचना हेतु मार्गदर्शन देने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मधुलिका सिंह, एसडीओपी सूरजपुर प्रकाश सोनी, डीएसपी मुख्यालय नंदिनी ठाकुर एवं एसडीओपी प्रतापपुर अमोलक सिंह के सराहनीय भूमिका को लेकर प्रशंसा की है।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।