बुधवार, 1 जून 2022

सूरजपुर जिले के थाना-चौकी के द्वारा आयोजित किया गया पुलिस जन चौपाल। पुलिस अधिकारियों ने कहां संवाद नंबर 7999161672 पर दें अवैध गतिविधियों की सूचना। चौपाल में ग्रामीणों की समस्या-शिकायतों का किया गया समाधान।



सूरजपुर। पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू ने आम जनता एवं पुलिस के बीच मधुर संबंध स्थापित करने, गांवों में पुलिस की सक्रिय और प्रभावी उपस्थिति तथा सूचना तंत्र को प्रभावी ढंग से विकसित करने, जनता की शिकायतों का मौके पर निराकरण करने हेतु थाना-चौकी प्रभारियों को पुलिस जन चौपाल लगाने के निर्देश दिए थे। इसी परिप्रेक्ष्य में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर के मार्गदर्शन में मंगलवार को थाना चांदनी पुलिस के द्वारा मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ की सीमा ग्राम नवाटोला, ओड़गी थाना के द्वारा ग्राम खर्रा, झिलमिली थाना के द्वारा ग्राम कोटेया एवं चौकी मोहरसोप पुलिस के द्वारा ग्राम जुड़वनिया में पुलिस जन चौपाल का आयोजन किया। इस दौरान क्षेत्र के सरपंच एवं उसके आश्रित ग्राम के पंच व ग्रामीणजन उपस्थित रहे। चैपाल के दौरान पुलिस अधिकारियों ने ग्रामीणों की समस्या-शिकायतों को सुना और उसका मौके पर ही निराकरण किया। साथ ही गांव में अवैध कोयला, कबाड़, शराब, नशे के व्यापार, जुआ, सट्टा या अन्य सामाजिक कुरीतियों की सूचना सूरजपुर पुलिस के संवाद नंबर 7999161672 पर देने कहा ताकि सूचना पर त्वरित कार्यवाही की जा सके। ग्रामीणों कोे वर्तमान में होने वाले सायबर अपराध, मोबाईल से ठगी, एटीएम क्लोनिंग, बैकिंग फाड, चिट फंड कंपनियों के संबंध में सावधानियां व जागरूकता संबंधी जानकारी दिया गया तथा इस तरह के फ्रॉड से बचने के उपाय बताकर लोगो को जागरूक किया गया। महिलाओं एवं बच्चों के विरूद्ध घटित होने वाले अपराध, छोटे बालक-बालिकाओं के साथ घटित होने वाले पॉक्सो एक्ट, मानव तस्करी आदि विषय पर आवश्यक जानकारी दी गयी। अपराधों के संबंध में रोकथाम करने व बचने के उपाय बताकर लोगो को जागरूक किया गया। इस दौरान थाना प्रभारी चांदनी बसंत खलखो, थाना प्रभारी झिलमिली सी.पी.तिवारी, थाना प्रभारी एन.के.त्रिपाठी, चौकी प्रभारी मोहरसोप रंजीत सोनवानी, जनप्रतिनिधिगण सहित ग्रामीणजन मौजूद रहे। 

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।