मंगलवार, 21 जून 2022

सूरजपुर पुलिस ने रेत से लदे 06 ओव्हर लोड वाहनों पर किया कारवाई। पुलिस ने किया अपील ओवरलोड कर न किया जाए परिवहन अन्यथा की जाएगी कड़ी कार्रवाई

  • ओव्हर लोड वाहनों को जप्त कर इस्तगाशा किया न्यायालय पेश।
  • सूरजपुर पुलिस ने रेत से लदे 06 ओव्हर लोड वाहनों पर किया कारवाई।
  • पुलिस ने किया अपील- ओव्हर लोड कर न करें परिवहन, अन्यथा की जाएगी कड़ी कार्रवाई।
  • ओव्हर लोड वाहनों को जप्त कर इस्तगाशा किया गया न्यायालय पेश।

सूरजपुर। पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू ने जिले के थाना-चौकी प्रभारियों को ओव्हर लोड़ वाहनों की चेकिंग कर ओव्हर लोड पाए जाने पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए थे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर के मार्गदर्शन में मंगलवार को एसडीओपी प्रतापपुर अमोलक सिंह के नेतृत्व में थाना चंदौरा व प्रतापपुर पुलिस ने ओवरलोड वाहनों पर कार्रवाई करते हुए रेत से लदे हुए 6 ओव्हर लोड वाहनों को पकड़ा है। रेत से लदे हुए ओव्हर लोड वाहनों के खिलाफ पुलिस को लगातार शिकायत मिल रही थी, जिसके बाद पुलिस अधीक्षक सूरजपुर के निर्देश पर दोनों थानों की पुलिस ने प्रतापपुर में तथा अम्बिकापुर-बनारस मुख्य मार्ग में वाहन चेकिंग किया जिसमें प्रतापपुर पुलिस ने 04 वाहन तथा चंदौरा पुलिस ने 02 वाहन कुल 06 वाहनों को ओव्हर लोड पाया। इन वाहनों को जप्त कर मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्यवाही कर इस्तगाशा तैयार कर माननीय न्यायालय में पेश किया है। ओव्हर लोड वाहनों के खिलाफ कार्यवाही जारी रहेगी। इन वाहनों पर हुई कार्यवाही- वाहन में क्षमता से अधिक रेत लोड कर परिवहन करते पाए जाने वाले ट्रेलर वाहन क्रमांक यूपी 44 एटी 5249, ट्रेलर वाहन क्रमांक यूपी 44 बीटी 0175, ट्रक क्रमांक यूपी 67 एटी 5657, ट्रक क्रमांक यूपी 67 एटी 0104, ट्रक क्रमांक यूपी 50 बीटी 8118 एवं ट्रक क्रमांक यूपी 50 सीटी 6229 पर कार्यवाही की गई है।  इस कार्यवाही में थाना प्रभारी प्रतापपुर निलिमा तिर्की, थाना प्रभारी चंदौरा पियुस चन्द्राकर, एसआई नवल किशोर दुबे, एएसआई अतेन्द्र सिंह, प्रधान आरक्षक महेन्द्र पटेल, प्रमोद लकड़ा, आरक्षक अवधेश कुशवाहा, मिथलेश गुप्ता, हरिशचंद दास व विनय कुजूर सैनिक ज्वाला सिंह सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।