रविवार, 29 मई 2022

सूरजपुर पुलिस ने मुसाफिरों की चेकिंग के लिए चलाया अभियान।बाहर से आकर कोई भी असामाजिक तत्व शहर में किसी भी प्रकार के अपराध को अंजाम ना दे सके।

सूरजपुर। पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू ने आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने, बाहर से आने वाले व्यक्तियों की पुख्ता जानकारी एवं उनकी हरकतों पर निगरानी के लिए थाना-चैकी प्रभारियों को मुसाफिरों की चेकिंग अभियान चलाने के निर्देश दिए थे। इसी परिप्रेक्ष्य में बीते दिन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर के मार्गदर्शन में जिले के थाना-चौकी की पुलिस ने 200 मुसाफिरों को चेक किया और इन मुसाफिरों के आधार कार्ड सहित अन्य दस्तावेज की जांच की गई। इस दौरान पुलिस के अधिकारियों ने मुसाफिरों को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि थाना-चौकी में आने-जाने संबंधी जानकारी अनिवार्य रूप से देते हुए मुसाफिरी दर्ज कराएं। 

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।