बुधवार, 18 मई 2022

कोर्ट मोहर्रिरों की बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक का निर्देश- समंस-वारंटों की हो तामीली

सूरजपुर। फरियादी, पीड़ित व्यक्ति को सुलभ न्याय शीघ्र मिले इसके लिए आवश्यक है कि माननीय न्यायालय द्वारा जारी समंस वारंट की तामीली समय पर शत-प्रतिशत थाना-चौकी के माध्यम से सुनिश्चित हो। कोर्ट मोहर्रिर एवं थाना-चौकी से न्यायालयीन कार्य हेतु जाने वाले कर्मचारी के बीच आपसी सामान्जस्य बनाकर कार्य करने के उद्देश्य को लेकर पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री रामकृष्ण साहू के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर ने मंगलवार को जिला पुलिस कार्यालय के सभाकक्ष में कोर्ट मोहरिर्राे की बैठक ली। इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर ने कोर्ट मोहर्रिरों को कहा कि माननीय न्यायालय के द्वारा जिस तारीख को समंस-वारंट जारी किए जाते है, उन्हें उसी दिन संबंधित थाना-चौकी को भेजी जावे ताकि उसकी तामीली शत-प्रतिशत सुनिश्चित हो सके। थाना व चौकी में न्यायालयीन कार्य हेतु जाने वाले कर्मचारी से इस बावत सामंजस्य स्थापित करें। उन्होंने कहा कि आपके सजग रहकर कार्य करने से समंस-वारंट की तामीली सही समय होगी और फरियादियों को न्यायालय से जल्द न्याय मिलेगा। इस दौरान एएसपी ए.के.जोशी, डीएसपी मुख्यालय नंदिनी ठाकुर, प्रधान आरक्षक कवल साय, महिला आरक्षक अजयवन्ती राजवाड़े, शशि लकड़ा, पार्वती, उर्मिला राजवाड़े, आरक्षक कुलदीप बड़ा, दिनेश मिंज, महेत्तर सिंह, अरविन्द कुमार, प्रमोद सिंह, संतोष मिंज, मनोहर राम राजवाड़े, कपिलदेव खेस, दिपेश सोनी व संजय सोनवानी उपस्थित रहे। 

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।