मंगलवार, 21 दिसंबर 2021

सूरजपुर पुलिस की बड़ी सफलता, नशे के सौदागर को वाराणसी उत्तरप्रदेश से किया गिरफ्तार, बड़ी मात्रा में नशे की सामग्री जप्त


सूरजपुर। जिले की पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने न केवल नशे के सौदागरों को को दिगर राज्य उत्तरप्रदेश से गिरफ्तार किया है बल्कि उनके पास से बड़ी मात्रा में नशे की सामग्री भी जब्त की हैं। बीते 19 दिसम्बर को जयनगर पुलिस ने मुखबीर की सूचना पर 130 नग नशीली कफ सिरप के साथ आरोपी आतीफ खान को पकड़ा गया था जिसने पूछताछ में बताया कि वह बनारस के किशन यादव नामक व्यक्ति से नशीली दवाई खरीदकर लाता है। नशे के कारोबार से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी के बाद पुलिस अधीक्षक श्रीमती भावना गुप्ता ने विधिवत् जयनगर की एक पुलिस टीम को आरोपी पकड़ने उत्तरप्रदेश के लिए रवाना किया था।
        जयनगर की पुलिस टीम ने प्राप्त ठोस जानकारी के आधार पर वाराणसी पहुंची और वहां घेराबंदी लगाकर मोटर सायकल सहित किशन यादव पिता सुधू यादव निवासी सतसागर मैदागिन, थाना कोतवाली वाराणसी उत्तरप्रदेश को पकड़ा जिसके कब्जे से 158 नग ई-स्कूफ कफ सिरप कीमत 23542/- रूपये व मोटर सायकल जप्त करते हुए ट्रान्जिट रिमाण्ड लेकर वापस जयनगर पहुंची जहां धारा 21(सी) एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्यवाही करते हुए आरोपी किशन यादव को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया। पकड़ा गया आरोपी पिछले 2 वर्ष से नशे की सामग्री सप्लाई करता था इसकी गिरफ्तारी से नशे की सप्लाई के एक चैन तोड़ा गया है। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी जयनगर सुभाष कुजूर, एसआई दिनेश राजवाड़े, ए.के.त्रिपाठी, प्रधान आरक्षक अशोक साहू, आरक्षक रमेश कसेरा, दीपक दुबे, मितेश मिश्रा व विकास मिश्रा सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।