रविवार, 19 दिसंबर 2021

गांजा प्रकरण में तीन आरोपी गिरफ्तार, जेल दाखिल

सूरजपुर। दिनांक 18.12.2021 को देर रात्रि में गांजा परिवहन की सूचना मुखबीर के माध्यम से प्राप्त होने पर थाना प्रभारी भटगांव पुलिस टीम के साथ भटगांव क्षेत्र में घेराबंदी लगाकर एक बोलेरो को रोकवाया जिसमें अपराधी सवार थे जिसमें से कुछ लोग फरार हो गए, पुलिस ने 3 आरोपी मधुसुदन दास वैष्णव, कामता प्रसाद वैष्णव व उदल प्रसाद वैष्णव को पकड़ा जिनके कब्जे से 2 किलो 900 ग्राम मादक पदार्थ गांजा कीमत 28 हजार रूपये एवं परिवहन में प्रयुक्त बोलेरो वाहन जप्त कर अपराध क्रमांक 198/21 धारा 20बी एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्यवाही करते हुए तीनों को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक पर भेजा गया। प्रकरण में फरार आरोपी की पतासाजी में पुलिस टीमें लगी हुई है।
थाना भटगांव में पंजीबद्ध एनडीपीएस एक्ट मामले के आरोपी गांजा तस्कर मधुसुदन दास वैष्णव का भाई अविनाश वैष्णव जिसके विरूद्ध आपराधिक प्रकरण भी दर्ज है ने एनडीपीएस एक्ट की कार्यवाही में शामिल एक आरक्षक को दिनांक 19.12.2021 को बसदेई क्षेत्र में ड्यूटी जाने के दौरान रास्ता रोककर अविनाश वैष्णव व उसके 3 अन्य साथी जो कार क्रमांक सीजी 29 एसी 2489 से पहुंचे थे सभी ने घेरकर आरक्षक को यह कहते हुए कि गांजा पकड़ते हो कहकर प्राणघातक हमला कर फरार हो गये। आरक्षक को घायल अवस्था में जिला चिकित्सालय सूरजपुर में भर्ती कराया गया है जहां उसका उपचार जारी है। प्रकरण में आरोपी अविनाश वैष्णव एवं विरेन्द्र वैष्णव को हिरासत में लेकर कार जप्त कर मामले में चौकी बसदेई पुलिस ने चारों आरोपियों के विरूद्ध धारा 307, 186, 353, 342, 294, 506, 34 भादवि के तहत मामला पंजीबद्ध किया है। इस मामले में फरार 2 अन्य आरोपियों की पतासाजी सरगर्मी से की जा रही है।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।