मंगलवार, 21 सितंबर 2021

सूरजपुर पुलिस ने कराया वाहन चालकों का नेत्र परीक्षण.............

परीक्षण में चालकों में दूर-पास देखने की समस्या आई सामने।

एक सप्ताह तक होगा चालकों का नेत्र परीक्षण, जिन्हें चश्मे की है जरूरत उन्हें निःशुल्क किया जायेगा वितरण।

सूरजपुर। कई सड़क दुर्घटनाओं में यह देखा गया है कि वाहन चालक का नेत्र कमजोर होने के कारण सामने की ओर से आ रहे वाहन अथवा व्यक्ति को स्पष्ट नहीं देखने की वजह से दुर्घटनाएं हुई। वाहन चालक सही तरीके से देख सकेगा तभी सुरक्षित वाहन चलाएगा। सड़क सुरक्षा अभियान के तहत पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्रीमती भावना गुप्ता ने यातायात प्रभारी को ट्रक व आटो चालकों का नेत्र परीक्षण शिविर आयोजित कराने के निर्देश दिए थे। इसी परिपेक्ष्य में सोमवार 20 सितम्बर 2021 को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर के मार्गदर्शन में यातायात प्रभारी ने नेत्र परीक्षण शिविर के प्रथम दिवस 17 ट्रक व आटो चालकों का नेत्र परीक्षण जिला चिकित्सालय के नेत्र विशेषज्ञ डॉ. तेरस कंवर से करवाया। खास बात यह रही कि नेत्र परीक्षण में कई वाहन चालकों के दूर-पास देखने की समस्या सामने आई।
          पुलिस के द्वारा कराया जा रहा यह नेत्र परीक्षण शिविर एक सप्ताह तक चलेगा, डॉक्टर के द्वारा जिन चालकों को चश्मे की जरूरत बताई गई है उन चालकों को निःशुल्क चश्मा प्रदाय किया जायेगा। पुलिस ने ट्रान्सपोर्टरों को सख्त हिदायत दिया है कि वह अपने वाहन चालकों के नेत्र परीक्षण कराए और जिन्हें चश्में की जरूरत है उन्हें उपलब्ध कराए ताकि सड़क दुर्घटना के जोखिम को कम किया जा सके।
          इस दौरान प्र.आर. रामजतन सिंह, बालमुकुन्द पाण्डेय, आरक्षक रामप्रसाद पैंकरा, वाहन चालक उत्तम सिंह, पूरन सिंह, अजय विश्वास, सहदेव सिंह, विरेन्द्र मिंज, विक्सी साहू, श्याम प्रकाश, रंजीत, इमरान आलम, बुधराम, इकबाल, सुखलाल, शेर सिंह, बबला सिंह, कमलेश, अनिल सहित अन्य मौजूद रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।