मंगलवार, 29 जून 2021

सूरजपुर पुलिस ने गांजा के साथ 2 आरोपियों को किया गिरफ्तार.......

सूरजपुर: मादक पदार्थों के व्यापार पर अंकुश लगाने के लिए जिले की पुलिस ने अभियान चलाया हुआ है, पुलिस द्वारा अवैध मादक पदार्थों के खिलाफ की जा रही ताबड़तोड़ कार्यवाही बदस्तुर जारी है जिसके तहत सोमवार को 2 किलो गांजा के साथ 2 आरोपियों को पकड़ा है।

सोमवार 28 जून 2021 को थाना प्रभारी प्रतापपुर विकेश तिवारी को मुखबीर से सूचना मिला कि दो व्यक्ति ग्राम केंवरा हाईस्कूल के सामने जमतीपारा में होण्डा साईन मोटर सायकल से मादक पदार्थ गांजा बिक्री करने के लिए ग्राहक की तलाश कर रहे है जिसकी सूचना से पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा को अवगत कराए जाने पर उन्होंने तत्काल रेड़ कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

एसडीओपी प्रतापपुर प्रशांत खाण्डे के मार्गदर्शन में प्रतापपुर की पुलिस टीम ने केवरा हाईस्कूल के पास पहुंची तभी 2 व्यक्ति पुलिस को देखकर भागने लगे जिन्हें घेराबंदी कर पकड़ा गया। तलाशी लेने पर आरोपी सुबोध साव पिता मनोज साव उम्र 28 वर्ष निवासी झारसुगड़ा, थाना सदर झारसुगड़ा उड़ीसा एवं पारसनाथ पिता सतन प्रसाद ठठेर उम्र 39 वर्ष निवासी ग्राम केंवरा, जमतीपारा, थाना प्रतापपुर के कब्जे से 2 झोले में 2 किलोग्राम गांजा पाया गया, जप्त गांजे की बाजारू कीमत करीब 24000/- रूपये है। मामले में गांजा एवं परिवहन में प्रयुक्त होण्डा साईन मोटर सायकल क्रमांक ओडी 23 एच 7931 जप्त कर दोनों के विरूद्व अपराध क्रमांक 122/21 धारा 20बी एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्यवाही करते हुए गिरफ्तार किया गया।

इस कार्यवाही में थाना प्रभारी प्रतापपुर विकेश तिवारी, एसआई नवल किशोर दुबे, एएसआई नील कुसुम बेक, प्रधान आरक्षक संतोष सिंह, लखेश साहू, आरक्षक मिथलेश गुप्ता, हरीशचंद दास, प्रेम प्रकाश साहू, कौशलेन्द्र सिंह व विनोद पैंकरा सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।