गुरुवार, 20 मई 2021

सूरजपुर पुलिस ने 1 लाख 20 हजार रूपये कीमत के गांजा के साथ 2 को किया गिरफ्तार............


सूरजपुर: जिले के पुलिस अधीक्षक ने जिले के थाना-चौकी प्रभारियों को नशे के कारोबार से जुड़े लोगों के विरूद्व सख्त कार्यवाही करते हुए नशे के कारोबार को जड़ से उखाड फेंकने के साथ ही क्षेत्र में सक्रिय मुखबीर का जाल फैलाने के निर्देश पूर्व में ही दिए थे। जिले की पुलिस नशीली पदार्थ के गोरख धंधे पर सतत् निगाह रखे हुई थी।
          इसी तारतम्य में थाना प्रभारी भटगांव किशोर केंवट को गुरूवार 20 मई 2021 को मुखबीर से सूचना मिली कि बैजनाथपुर का सागर राजवाड़े एवं तेलगवां का मुकेश राजवाड़े काले रंग के टीव्हीएस अपाचे 160 सीसी बिना नंबर मोटर सायकल के बीच में एक प्लास्टिक की बोरी के अंदर गांजा रखकर बिक्री करने हेतु दतिमा चैक से होते हुए बैजनाथपुर जाने वाले है जिसकी सूचना से पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा को अवगत कराए जाने पर उन्होंने थाना प्रभारी को सावधानीपूर्वक घेराबंदी लगाकर पकड़ने के निर्देश दिए।
          अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी भटगांव पुलिस टीम के साथ मुखबीर सूचना के आधार पर ग्राम तेलगवां के पास घेराबंदी लगाए जहां बिना नंबर के टीव्हीएस अपाचे मोटर सायकल आते दिखा जिसे रूकने का इशारा करने पर तेज गति से भागने लगे जिसे पीछा कर रोकवाया गया। आरोपी सागर राजवाड़े पिता रामकाया राजवाड़े उम्र 21 वर्ष निवासी बैजनाथपुर, थाना भटगांव एवं मुकेश राजवाड़े पिता रामदास राजवाड़े उम्र 19 वर्ष ग्राम तेलगवां, थाना भटगांव द्वारा अवैध रूप से मादक पदार्थ गांजा का परिवहन करना पाए जाने पर आरोपियों के कब्जे से कुल 6 किलो मादक पदार्थ गांजा कीमत करीब 1 लाख 20 हजार रूपये एवं परिवहन में प्रयुक्त बिना नंबर टीव्हीएस अपाचे मोटर सायकल कीमत करीब 1 लाख 30 हजार रूपये का जप्त कर दोनों के विरूद्व अपराध क्रमांक 64/21 धारा 21बी एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्यवाही करते हुए विधिवत गिरफ्तार किया गया।
         इस कार्यवाही में थाना प्रभारी भटगांव किशोर केंवट, प्रधान आरक्षक संजय कुमार, विनय किस्पोट्टा, पवन सिंह, आरक्षक विनोद परीड़ा, रजनीश पटेल, अवधेश कुशवाहा, प्रकाश साहू, मोहम्मद नौशाद, जगत पैंकरा, गिरजा शंकर, प्रहलाद पैंकरा, शैलेष राजवाड़े शत्रुधन पोर्ते, भोलाशंकर राजवाड़े, विश्वरंजन सिंह व हीरालाल बखला सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।