बुधवार, 13 जनवरी 2021

पुलिस अधीक्षक सूरजपुर ने न्यू हाईटेक बस स्टैण्ड पर बनाए गए पुलिस सहायता केंद्र का किया उद्घाटन।

सूरजपुर: आम जनता सहित यात्रियों की समस्या के तत्काल निराकरण एवं सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता बनाए रखने के लिए न्यू हाईटेक बस स्टैण्ड सूरजपुर में पुलिस सहायता केंद्र बनाया गया है। मंगलवार 05 जनवरी 2021 को पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा ने इस पुलिस सहायता केन्द्र का उद्घाटन नगर पालिका अध्यक्ष श्री के.के.अग्रवाल, उपाध्यक्ष रितेश गुप्ता, सीएमओ दीपक एक्का की मौजूदगी में किया।
          पुलिस अधीक्षक श्री राजेश कुकरेजा ने बताया कि न्यू हाईटेक बस स्टैण्ड पुलिस सहायता केन्द्र का प्रभारी प्रधान आरक्षक अखिलेश यादव को बनाया गया साथ ही थाना व पुलिस लाईन से आरक्षकों की भी यहां तैनाती की गई है। इस सहायता केन्द्र के प्रारंभ होने से यात्रियों एवं आसपास के निवासियों को तत्काल रिपोर्ट लिखाने में सहूलियत होगी तथा जनसामान्य की शिकायतों का तत्काल निराकरण होगा साथ ही तत्काल पुलिस सहायता उपलब्ध् हो सकेगी। उन्होंने कहा कि पुलिस सहायता केंद्र के प्रभारी एवं तैनात पुलिस आरक्षकों का सहायता केन्द्र में मोबाईल नंबर भी अंकित कराया जाएगा ताकि जरूरत पड़ने पर यात्री अपनी सुविधा अनुसार इसका उपयोग कर सके।
           इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर, सीएसपी जे.पी.भारतेन्दु, रक्षित निरीक्षक भूपेन्द्र कुर्रे, एसआई हिम्मत सिंह शेखावत, पार्षद विरेन्द्र बसंल (बंटी), प्रधान आरक्षक अखिलेश यादव, अदीप प्रताप सिंह, मोहम्मद तालीब शेख, बिसुनदेव पैंकरा सहित काफी संख्या में गणमान्य नागरिकगण उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।