मंगलवार, 19 मई 2020

सूरजपुर पुलिस व प्रशासन ने चेन्नई से मुंगेली जा रहे श्रमिक भाईयों को चाय, बिस्किट, भोजन की कराई व्यवस्था......

श्रमिकों के साथ मौजूद बच्चे के लिए उपलब्ध कराई दूध।

सूरजपुर: कोरोना के संकट के बीच श्रमिकों का अपनी घर वापसी का सिलसिला चल रहा है और वे निकल पड़े है अपने गांवों की ओर ताकि जल्द से जल्द अपने घर को पहुंच जाए। पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा ने इस कठिन घड़ी में श्रमिक भाईयों की हर संभव सहायता को लेकर पुलिस अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश के साथ ही अन्य राज्यों में फसे लोगों के जिले की सीमा में लगे बैरियर पर पहुंचने पर उनके खाने-पीने के प्रबंध किए जाने के निर्देश दिए है। जिला प्रशासन भी श्रमिकों के लिए आवश्यक मदद के साथ ही उनके आवागमन को लेकर व्यवस्था में लगी हुई है।
          सूरजपुर जिले में अन्य जिलों तथा राज्य से आवाजाही की निगरानी के लिए सीमावर्ती इलाकों में चेक पोस्ट बनाए गए है। सोमवार 18 मई को चेन्नई से मुंगेली के लिए निकले 9 श्रमिक जिनके साथ एक बच्चा भी था वे छत्तीसगढ़-मध्यप्रदेश के सरहद जिला सूरजपुर के बार्डर नवाटोला बैरियर जो थाना चांदनी के अन्तर्गत आता है वहां पैदल पहुंचे थे। पुलिस व प्रशासन ने श्रमिक भाईयों को सोशल व फिजिकल डिस्टेंसिंग के साथ उन्हें चाय, बिस्किट, पानी, भोजन एवं बच्चे के लिए दूध की व्यवस्था कराई एवं उनके गतव्य पर जाने के लिए वाहन की व्यवस्था भी मव्हुैया कराया। श्रमिकों ने बताया कि शनिवार को चेन्नई से रीवा तक टेªन में आए, रीवा से बैढन तक प्रशासन के द्वारा उपलब्ध कराए बस में पहुंचे और बैढ़न से पैदल सूरजपुर जिले के बार्डर नवाटोला पर पहुंचे है। पुलिस व प्रशासन के इस सेवाभावी कदम से न केवल श्रमिक बल्कि श्रमिक भाईयों के साथ मौजूद बच्चे में भी खुशी की ललक देखी गई। पुलिस अधीक्षक ने इस बैरियर पर विशेष निगाह रखने के निर्देश एसडीओपी ओडगी मंजूलता बाज को दी है।
          इस दौरान एसडीओपी ओड़गी मंजूलता बाज, थाना प्रभारी चांदनी शिवकुमार खुटे, एएसआई विदवा राम यादव, प्रधान आरक्षक अशोक कुजूर, मनिजर कुर्रे व शैलेन्द्र सिंह सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।