शनिवार, 7 मार्च 2020

पुलिस अधीक्षक सूरजपुर ने ली एन्टी ह्युमन ट्रैफिकिंग यूनिट की पहली बैठक....


सूरजपुर। जिले में शुक्रवार 06 मार्च 2020 को पुलिस कार्यालय में पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा ने एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की पहली बैठक ली। बैठक में पुलिस के अधिकारी, विशेष किशोर पुलिस इकाई (एसजेपीयू), लेबर आफिसर, लाइल्ड लाईन व बाल संरक्षण विभाग के अधिकारी एवं हेल्ड डेवलपमेंट के डाॅक्टर मौजूद रहे। पुलिस अधीक्षक की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में बालकों/जुबेनाईल संबंधित मामलों को हैंडल करने की प्रक्रिया व पुलिस रिस्पांस एवं व्यवहार को किशोर न्याय अधिनियम तथा मानव तस्करी रोकने के लिए ग्राम सरपंच, ग्राम रक्षा समिति एवं चाईल्ड लाईन, बाल संरक्षण विभाग को पुलिस की मदद करने के लिए कहा गया। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि मानव तस्करी से जुड़े मामलों पर भी पुलिस की पैनी नजर बनी हुई है और जितने भी संदिग्ध गतिविधियां मानव तस्करी से जुड़ी प्राप्त होगी उस पर तत्काल कार्यवाही की जाएगी।
                पुलिस अधीक्षक ने कहा कि मानव तस्करी की घटनाएं न हो इस हेतु सभी के सहयोग से बेहतर कार्य किए जायेंगे। जानकारी के अभाव अथवा थोड़ी सी रकम के लालच में लोग नाबालिग को क्षेत्र से बाहर काम करने के लिए भेज देते हैं, जिसका नाजायज फायदा उठाया जाता है। उन्होंने कहा कि जल्द ही जिले के दुरस्थ क्षेत्रों में इस पर कार्यशाला आयोजित कर ग्रामीणों को इसके बारे में जागरूक किया जाएगा तथा उन्हें शासन की योजनाओं के बारे में अवगत कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर कही भी कोई व्यक्ति किसी युवती या युवक को कही बाहर काम दिलाने के लिए ले जाने के लिए आते है अथवा ले कर जाते हैं इसकी सूचना तत्काल ही पुलिस को दी जाए। पुलिस को जानकारी देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा। पुलिस अधीक्षक ने एएसपी हरीश राठौर को एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट का प्रभारी बनाया है साथ ही पुलिस सहित अन्य विभागों के अधिकारियों को सहायक नोडल अधिकारी व सदस्य बनाया है।

इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर, थाना प्रभारी सूरजपुर धर्मानंद शुक्ला, जिला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल, लेबर आफिसर घनश्याम पानिग्रही, लेबर इंस्पेक्टर रमेश साहू, डाॅ. दीपक जायसवाल, चाइल्ड लाईन केन्द्र समन्वयक कार्तिक मजुमदार, नवयुवा प्रगति फाउडेंशन के विनित तिवारी, डीपीओ मुक्तानंद खुटे, स्टेनो पुष्पेन्द्र शर्मा व एएसआई संजय सिंह उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।