शनिवार, 4 जनवरी 2020

पुलिस अधीक्षक सूरजपुर को मिली थी जंगल में जुआ खेलने की सूचना........

लटोरी जंगल में जुआ खेल रहे 7 जुआड़ियों को ज्वाइंट पुलिस टीम ने पकड़ा

जुआड़ियों व जुआ फड़ से 1 लाख 25 हजार 8 सौ 20 रूपये बरामद

सूरजपुर: लटोरी पुलिस ने लटोरी जंगल में जुआ खेल रहे 7 जुआड़ियों को जुआ खेलते पकड़ा जिनके पास व जुआ फड से 1 लाख 25 हजार 8 सौ 20 रूपये जप्त कर इन लोगों के विरूद्व जुआ एक्ट के तहत् कार्यवाही किया है। शुक्रवार 03 जनवरी 2020 की देर शाम पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा को मुखबीर से सूचना मिली की लटोरी जंगल में कुछ लोग रूपये पैसों का दाव लगाकर जुआ खेल रहे है। पुलिस अधीक्षक श्री कुकरेजा ने इन जुआड़ियों को घेराबंदी कर सावधानी बरतते हुए पकड़ने के निर्देश चौकी लटोरी व थाना जयनगर की ज्वाइंट पुलिस टीम को दिए।
                चौकी प्रभारी लटोरी सुभाष कुजूर के नेतृत्व में पुलिस टीम लटोरी जंगल पहुंचे जहां काफी खोजबीन के बाद घने जंगल के बीच कुछ लोगों की आवाज सुनाई दी। पुलिस टीम सावधानीपूर्वक उस स्थान पर पहुंची जहां जुआड़ियान हारजीत का दाव लगाकर जुआ खेल रहे थे। पुलिस टीम ने घेराबंदी कर जंगल में जुआ खेल रहे ग्राम अनरोखा, थाना भटगांव निवासी मिथलेश सोनपाकर, ग्राम बुंदिया भटगांव निवासी नंदु गुप्ता, विश्रामपुर निवासी प्रेम सिंह, ग्राम करवां लटोरी निवासी गया प्रसाद राजवाड़े, जियाउल हक, खुर्शीद आलम व ताहिर को पकड़ा जिनके कब्जे व जुआ फड से पुलिस टीम ने 1 लाख 25 हजार 8 सौ 20 रूपये जप्त कर सभी के विरूद्व धारा 13 जुआ एक्ट के तहत कार्यवाही किया है।
                 इस कार्यवाही में थाना प्रभारी जयनगर दीपक पासवान, चौकी प्रभारी लटोरी सुभाष कुजूर, प्रधान आरक्षक विशाल मिश्रा, विवेकानंद सिंह, संजय सिंह यादव, रजनीश त्रिपाठी, आरक्षक विकास मिश्रा, शोभनाथ कुशवाहा, मनेश्वर सिंह, देवनंदन राजवाड़े, अजय शुक्ला, चंदर साय राजवाड़े, प्रेम सिंह, प्रेम राजवाड़े, भूपेन्द्र सिंह, नंदकिशोर राजवाड़े, ललन सिंह व दीपक दुबे सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।