शुक्रवार, 22 नवंबर 2019

एसडीओपी प्रेमनगर ने थाना प्रेमनगर का किया अद्र्ववार्षिक निरीक्षण.............


सूरजपुर। पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा के निर्देशानुसार बुधवार को एसडीओपी प्रेमनगर प्रकाश सोनी ने थाना प्रेमनगर का द्वितीय अद्र्ववार्षिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान थाना प्रभारी ओ.पी.कुजूर मौजूद रहे। उन्होंने निरीक्षण में अधिकारी/कर्मचारियों के वेशभूषा का निरीक्षण कर परेड एवं किट का निरीक्षण किया गया तथा उच्च दर्जे का वेशभूषा धारण करने वाले कर्मचारियों को पुरस्कृत करने हेतु प्रतिवेदन भेजा, इसके उपरान्त दरबार का आयोजन कर अधिकारी-कर्मचारियों की समस्याओं को सुना तथा उसका निराकरण कर उन्हें मुस्तैदी से सौंपे गए कार्य करने, रात्रि गश्त प्रभावी रूप से करने, स्थाई वारंटियों की धरपकड़ हेतु विशेष अभियान चलाने, विवेचकों को वर्ष समाप्ति के पूर्व नियमानुसार एवं विधिवत् अपराधों की जांच कर लंबित अपराधों की संख्या शून्य करने, थाना में आने वाले फरियादियों की समस्या को विस्तारपूर्वक सुनकर उसका निराकरण करने के निर्देश दिये। निरीक्षण के दौरान थाना के रिकार्डो का अवलोकन कर लंबित अपराध मर्ग, गुम इंसान एवं शिकायतों के निकाल के संबंध में विवेचकों को मार्गदर्शन देकर उनके निकाल हेतु निर्देषित किया। निरीक्षण के दौरान एसडीओपी प्रकाश सोनी ने क्षेत्र के निगरानी व माफी बदमाशों को तलब कर उनके गुजर बसर की जानकारी ली और उन्हें आपराधिक गतिविधियों से दूर रहकर समाज की मुख्य धारा से जुड़कर जीवन यापन करने की हिदायत दी।
इस दौरान थाना प्रभारी प्रेमनगर ओ.पी.कुजूर, चैकी प्रभारी सलका गणेश राम चैहान, चैकी प्रभारी तारा राजेश तिवारी सहित पुलिस के अधिकारी-कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।