शुक्रवार, 22 नवंबर 2019

कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक ने सीमावर्ती चेक पोस्ट का जिला जायजा.........

अवैध धान की सूचना देने जारी किए गए नंबर

आरटीओ भी सीमावर्ती इलाकों में करेंगी चेकिंग

छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती अलमे की ली बैठक

अवैध धान रोकने के लिए मध्यप्रदेश के सिंगरौली का किया दौरा

पुलिस अधीक्षक ने बार्डर स्थित थाना को मुस्तैद रहने दिए निर्देश

छात्रों के सुनी समस्या व निराकरण करने दिए निर्देश

सूरजपुर। बुधवार 20 नवम्बर को कलेक्टर सूरजपुर श्री दीपक सोनी व पुलिस अधीक्षक श्री राजेश कुकरेजा ने दलबल साथ अवैध धान को रोकने के उद्देश्य से मध्यप्रदेश की सीमा से लगे कई चेक पोस्ट का आकस्मिक निरीक्षण किया और मैदानी अमले को सख्त लफ्जो में कहा कि दलाल अथवा कोचियों के द्वारा किसी भी परिस्थिति में धान न खपा सके इसका विशेष ध्यान दें।

कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक ने सीमावर्ती चेक पोस्ट का जिला जायजा।


1 दिसम्बर 2019 से 15 फरवरी तक छत्तीसगढ़ में धान खरीदी होगी जिसके मद्देनजर जिला प्रशासन व पुलिस ने कई उड़नदस्ता दल गठित किया है साथ ही 18 सीमावर्ती चेक पोस्ट पर 54 पुलिस के अधिकारी-कर्मचारियों को तैनात किया गया है इनके द्वारा 24 घण्टे अवैध धान पर नजर बनाए हुए है। इन चेक पोस्ट पर तैनात बल के द्वारा सीमावर्ती राज्य से आने वाले वाहनों की सघनता से चेकिंग की जा रही है साथ ही उड़नदस्ता दल भी क्षेत्र में लगातार गश्त कर रही है। कलेक्टर सूरजपुर श्री सोनी ने कोचियों एवं दलालों के द्वारा अवैध धान छत्तीसगढ़ में न खपे इसके पुख्ता इंतजाम किए है।

अवैध धान की सूचना देने जारी किए गए नंबर।

सूरजपुर कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक ने सीमावर्ती चेक पोस्ट का जायजा लिया और वहां के किसानों से मुलाकात कर उन्हें कहा कि दूसरे राज्यों का धान यहां न खपाने दें इसमें वे प्रशासन की मद्द करें ताकि उन्हें उनका वाजिब हक मिल सकें। सीमावर्ती इलाकों से कोचियों एवं दलाल के द्वारा अवैध धान परिवहन करने की सूचना खाद्य विभाग के द्वारा जारी किए गए नंबर 9111033446 पर देने का आग्रह किया।

आरटीओ भी सीमावर्ती इलाकों में करेंगी चेकिंग।


कलेक्टर सूरजपुर ने अवैध धान को रोकने पुलिस, राजस्व, वन विभाग के अलावा आरटीओ को भी मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ आने वाले सभी वाहनों के दस्तावेज की बारीकी से जांच करने के निर्देश दिए है।

छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती अलमे की ली बैठक।

कलेक्टर सूरजपुर श्री दीपक सोनी ने अवैध धान पर पूर्णतः अंकुश लगाने हेतु पुलिस अधीक्षक एवं डीएफओ की मौजूदगी में बिहारपुर के सामुदायिक भवन में सरपंच, पंच, पटवारी, रोजगार सहायकों की बैठक ली और उन्हें अवैध धान को रोकने हेतु सतर्कता के साथ कार्य करने को कहा। उन्होंने सख्त हिदायत दी कि दलाल अथवा कोचियों से किसी की मिली भगत पाए जाने पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।

अवैध धान रोकने के लिए मध्यप्रदेश के सिंगरौली का किया दौरा।

अवैध धान मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ में न आ सके इसके लिए सूरजपुर कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक ने मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले के ग्राम मकरोहर एवं बसौड़ा पहुंचकर ग्रामीणों से चर्चा की। सिंगरौली के पुलिस व प्रशासन से चर्चा कर आपसी सामंजस्य बनाकर अवैध धान रोकने की रणनीति बनाई है।

पुलिस अधीक्षक ने बार्डर स्थित थाना को मुस्तैद रहने दिए निर्देश।

अवैध व दूसरे राज्य के धान छत्तीसगढ़ में किसी भी स्थिति में न पहुंचे इस हेतु पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा ने मध्यप्रदेश के बार्डर स्थित थाना चांदनी को धान के अवैध कारोबार करने वाले कोचियों एवं दलालों पर पैनी निगाह रखने के निर्देश दिए है।

छात्रों के सुनी समस्या व निराकरण करने दिए निर्देश।

कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक ने बुधवार को बिहारपुर व ओड़गी के हायर सेकेण्डरी स्कूलों के छात्रों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को जाना। इस दौरान स्कूल की चारदिवारी, शौचालय आदि की कमी पर कलेक्टर श्री दीपक सोनी ने इन कमियों को जल्द पूरा कराने का आश्वासन दिया। उन्होंने स्कूली छात्र-छात्राओं से आग्रह किया कि वे अवैध व दूसरे राज्य के धान को प्रदेश में खपाए जाने की कोशिश को नाकाम कर इसके लिए पुलिस व प्रशासन को सूचनाएं उपलब्ध कराए।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।