शनिवार, 31 अगस्त 2019

निगरानी व गुण्डा बदमाशों को पुलिस ने दी अपराधिक गतिविधियों से दूर रहने के सख्त हिदायत...........


 
सूरजपुर। आगामी गणेश चर्तुथी एवं दशहरा पर्व को दृष्टिगत् रखते हुए क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखने, अपराधों पर अंकुश लगाने हेतु निगरानी व गुण्डा बदमाश को सख्त हिदायत देने के निर्देश प्रभारी पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री डी.आर.आंचला ने राजपत्रित अधिकारियों को दिए थे।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर के मार्गदर्शन में प्रभारी सीएसपी मंजूलता बाज ने शनिवार 31 अगस्त को अनुविभाग सूरजपुर के थाना सूरजपुर, विश्रामपुर, जयनगर, चौकी बसदेई, करंजी व लटोरी क्षेत्र केे निगरानी एवं गुण्डा बदमाशों को कोतवाली सूरजपुर में तलब किया और उनको आगामी त्यौहार के मद्देनजर समझाईश दी कि समाज से मुख्य धारा से जुड़कर जीवन यापन करें, साथ ही चेतावनी भी दी कि किसी प्रकार के आपराधिक प्रकरण में संलिप्त न रहे, संलिप्तता पाए जाने पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।
प्रभारी सीएसपी सूरजपुर मंजूलता बाज द्वारा एक-एक कर सभी निगरानी व गुण्डा बदमाशों के पूर्व आपराधिक इतिहास एवं वर्तमान में इनकी अपराधों में सक्रियता तथा इनके जीविका उपार्जन के साधनों की जानकारी ली और उन्हें सख्त हिदायत दी कि आपराधिक गतिविधि में संलिप्ता पाए जाने पर सख्त कार्यवाही की जाएगी। सुश्री बाज ने थाना प्रभारियों को बदमाशों की गतिविधियों पर कड़ी निगाह रखने के निर्देश दिए है। इस दौरान उपस्थित एसडीओपी प्रेमनगर प्रकाश सोनी के द्वारा भी बदमाशों को सुधरने की समझाईस देकर चेतावनी दी गई।
इस दौरान एसआई गणेश राम चैहान, हिम्मत सिंह शेखावत, प्रधान आरक्षक हंसराम कनेडिया, कुसुमकांता सहित अन्य पुलिस अधिकारीगण मौजूद रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।