मंगलवार, 11 जून 2019

चिटफण्ड मामलों का शीघ्र करें निराकरण- पुलिस अधीक्षक सूरजपुर

* पल-पल की कार्यवाही, घटना व अपराध की सूचना से अवगत कराए

*अच्छे कार्यो पर ईनाम एवं लापरवाही पर दी जाएगी सजा

सूरजपुर। थानों में लंबित अपराध, शिकायतों की विस्तृत जानकारी लेकर उनके निराकरण में तेजी लाने, सामुदायिक पुलिसिंग के तहत् किये गये कार्यो एवं चिटफण्ड के मामलों के निराकरण में तेजी लाने, अपराधों पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल ने जिले के पुलिस अधिकारियों की क्राईम मीटिंग मंगलवार 11 जून को पुलिस कार्यालय के सभाकक्ष में ली।
इस दौरान पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल ने थाना चौकी प्रभारियों से लंबित अपराधों जिनमें चिटफण्ड के मामले, हत्या, अपहरण, चोरी सहित अन्य मामलों की विस्तृत जानकारी ली और थाना प्रभारियों को उनके निराकरण हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। चिटफण्ड के प्रकरण जिनमें आरोपी गिरफ्तार नहीं है उनकी गिरफ्तारी हेतु पुलिस टीम रवाना करने, अवैध कोयला व नशीली दवाओं के कारोबार में संलिप्त लोगों के विरूद्व सख्त कार्यवाही की जावे, चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाने आदतन अपराधियों पर सतत निगाह रखने, प्रभावी पेट्रोलिंग व रात्रि गश्त करने के साथ ही सूचना तंत्र मजबूत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शिकायत पत्रों की जांच मौके पर जाकर किए जाए, अवैध कार्यो की सूचना पर तत्काल कार्यवाही सुनिश्चित कराए एवं शहर में यातायात व्यवस्था सुगम बनाए रखने के निर्देश दिए।
बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री जायसवाल ने कहा कि थाना-चौकी प्रभारियों को कहा कि कार्यो की पल-पल सूचना, घटना व अपराध की सूचना सहित अन्य कार्यवाहियों की जानकारी से अवगत कराए, पुलिस अधिकारी सजग रहकर सौपे गए दायित्वों को शत्-प्रतिशत करने का लक्ष्य लेकर चले, प्रत्येक 15 दिवस में पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों के कार्यो की समीक्षा कर अच्छे कार्यो पर ईनाम एवं लापरवाही बरतने वालों को दण्डित किया जाएगा। थाना-चौकी प्रभारियों को कहा कि थाना के कार्यो एवं आपराधिक मामलों की जानकारी व क्षेत्र की गतिविधियों की जानकारी पूछे जाने पर तत्काल दी जावे। जिले के राजपत्रित अधिकारियों को गंभीर अपराधों का जल्द निराकरण कराने, थाना-चौकी का अधिक से अधिक आकस्मिक निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अंजोर रथ के माध्यम से ग्रामीणजनों को आनलाईन, मोबाईल, एटीएम, लाॅटरी लगने के नाम पर धोखाधड़ी का शिकार न हो इसके लिए उन्हें जागरूक किया जा रहा है उनके क्षेत्र में रथ पहुंचने पर धोखाधड़ी से बचाव के व्यापक प्रचार-प्रसार किए जाने के निर्देश दिए। 
इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर, सीएसपी डी.के.सिंह, एसडीओपी ओड़गी मंजूलता बाज, एसडीओपी सूरजपुर मनोज ध्रुव, एसडीओपी प्रतापपुर राकेश पाटनवार, डीएसपी अजाक बालसाय केरकेट्टा, एसडीओपी प्रेमनगर चंचल तिवारी जिले के थाना-चौकी प्रभारी सहित पुलिस के अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।