रविवार, 23 जून 2019

अंतर्राज्जीय एटीएम ठग गिरोह का हुआ पर्दाफाश, 01 आरोपी गिरफ्तार...

सूरजपुर। 27 मई को ग्राम ठाकुरपुर थाना जयनगर निवासी ललिता किण्डो के ए.टी.एम. कार्ड को बदलकर किसी अज्ञात व्यक्ति ने 1 लाख 44 हजार 5 सौ रूपये निकाल लिया था तथा 27 मई को ही एसबीआई ए.टी.एम. सूरजपुर से भैयाथान निवासी ओमप्रकाश द्विवेदी के ए.टी.एम. कार्ड को किसी अज्ञात व्यक्ति ने बदलकर 3 लाख 8 हजार रूपये धोखाधड़ी कर आहरित कर लिया था। ललिता किण्डो की रिपोर्ट पर थाना जयनगर में अपराध क्रमांक 128/19 धारा 420 भादवि एवं ओमप्रकाश द्विवेदी की रिपोर्ट पर थाना सूरजपुर में अपराध क्रमांक 197/19 धारा 420 भादवि के तहत् मामला पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल ने दोनों थानों की पुलिस टीम को संयुक्त रूप से पतासाजी कर आरोपी को पकड़ने के निर्देश दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर एवं एसडीओपी सूरजपुर मनोज ध्रुव के मार्गदर्शन में थाना सूरजपुर व जयनगर की संयुक्त पुलिस टीम के द्वारा दोनों प्रार्थी के एटीएम कार्ड से आहरित रकम के बारे में बैंक एकाउन्ट का स्टेटमेंट निकलवाया और सीसीटीव्ही फुटेज प्राप्त किया। सूरजपुर एवं जयनगर दोनों स्थानों पर हुए घटना एक ही व्यक्ति के द्वारा घटित किया जाना सीसीटीव्ही फुटेज से पाया गया एवं बैंक से प्राप्त स्टेटमेंट से जानकारी हासिल हुई कि दोनों प्रार्थियों के एटीएम कार्ड से आरोपी के द्वारा अम्बिकापुर स्थित ज्वेलरी दुकान से क्रमशः 64 हजार 5 सौ रूपये का सोने का चेन, अंगूठी, कोरबा के ज्वेलरी दुकान से 73 हजार रूपये का सोने का चेन, चांपा के ज्वेलरी दुकान से 65 हजार रूपये के सोने का चेन व लाकेट की खरीददारी करते हुए दोनों प्रार्थी की एटीएम कार्ड स्वीप कर रकम का भुगतान किया। तीनों ज्वेलरी दुकान एवं एटीएम के सीसीटीव्ही फुटेज में एक ही व्यक्ति का फोटो कैद हुआ जिसके आधार पर सूरजपुर पुलिस के द्वारा अंतर्राज्जीय पुलिस ग्रुप में उस फोटो को शेयर किया, मुजफ्फरनगर उत्तरप्रदेश से उस फोटो के बारे में जानकारी दी गई कि ऐसा एक व्यक्ति है जिसका चेहरा भेजे गए फोटो से मेल खाता है। इस बात की सूचना तत्काल पुलिस टीम के द्वारा पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल को दी गई जिस पर उन्होंने मुजफ्फरनगर पुलिस टीम को भेजा। प्राप्त जानकारी के आधार पर पुलिस टीम के द्वारा मुजफ्फरनगर, हनुमान चौक कोतवाली थाना के पीछे रहने वाला 28 वर्षीय विकास कश्यप पिता नान्हू सिंह को कड़ी मशक्कत के बाद घेराबंदी कर हिरासत में लिया गया और पुलिस टीम ने इस बात की तस्दीक किया कि एटीएम से पैसा निकालने एवं ज्वेलरी दुकान से खरीदी करने वाला व्यक्ति का फुटेज है या नहीं, विकास कश्यप ही वह व्यक्ति निकला जिसने एटीएम और ज्वेलरी दुकान से खरीदी किया था। पुलिस टीम के द्वारा आरोपी विकास कश्यप से पूछताछ करने पर बताया कि वह अपने तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर एटीएम कार्ड बदलकर धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम देता था। पकड़े गये आरोपी हनुमान चौक कोतवाली थाना के पीछे मुजफ्फरनगर निवासी विकास कश्यप पिता नान्हू सिंह उम्र 28 वर्ष के विरूद्ध अपराध सबूत पाए जाने पर विधिवत् गिरफ्तार किया गया।

अन्य थाना क्षेत्रों में की गई वारदात 

पकड़े गए आरोपी ने अपने साथियों के साथ जांजगीर-चाम्पा में 28 मई को 1 लाख रूपये की ठगी एटीएम कार्ड बदलकर किया था। बैंक से प्राप्त स्टेटमेंट से पता चलता है कि एक खाते से दूसरे खाते में रकम ट्रान्सफर करके इनके द्वारा रकम आहरण किया जाता रहा है। इनके पास पंजाब, मध्यप्रदेश व अन्य प्रदेशों के भी एटीएम कार्ड मौजूद है जिनकी जानकारी खंगाली जा रही है।

वारदात का तरीका 

आरोपी से पूछताछ करने पर उसने बताया गया कि पहले मास्टर माईन्ड आरोपी एटीएम में प्रवेश कर एटीएम के सिस्टम को छेड़छाड करता है जिससे आधे घण्टे तक बैकिंग सर्विस बाधित हो जाता है केवल बैलेेंस दिखता है जब कोई व्यक्ति एटीएम में पैसा आहरण करने के लिए घुसता है तो पहले से ही इनके 1-2 सदस्य एटीएम में मौजूद रहते थे। चॅूकि एटीएम बैंकिंग बाधित होने के वजह से प्रार्थी 1-2 बार एटीएम लगाकर अपना पिन नंबर दबाता था तब इनके सदस्य के द्वारा एटीएम पिन नंबर देख लेते थे और हेल्प करने के बहाने एटीएम कार्ड को बदलकर दूसरा एटीएम उस व्यक्ति को दे देते थे।

आरोपी से जप्ती: 03 नग एटीएम दूसरे व्यक्ति का, 35 हजार रूपये नगद, 01 सोने की अंगुठी, 01 मोबाईल, घटना में प्रयुक्त टाटा नेस्कान एक्सएम कार क्रमांक यूपी 01 बीएम 0567 कुल कीमती 8 लाख रूपये का जप्त किया गया है।

फरार आरोपी: इन वारदात में 4 आरोपियों का हाथ था जिसमें से 01 आरोपी विकास कश्यप को पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर लिया है और उसके 03 अन्य साथियों की पतासाजी की जा रही है।
             यह कार्यवाही एसडीओपी मनोज ध्रुव के नेतृत्व में हुई जिसमें थाना प्रभारी जयनगर दीपक पासवान, एसआई विनित पाण्डेय, नवल किशोर दुबे, एएसआई विराट विसी, प्रधान आरक्षक बिसुनदेव पैंकरा, हेमन्त सोनवानी, आरक्षक लक्ष्मी नारायण मिर्रे, युवराज यादव शामिल रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।