गुरुवार, 18 अप्रैल 2019

94 हजार रूपये कीमत के नशीली दवाओं सहित 1 गिरफ्तार


* चौकी बसदेई पुलिस की कार्यवाही

* अब तक पुलिस ने 13 नशे के सौदागरों के विरूद्ध की कार्यवाही

सूरजपुर। शहर व ग्रामीण क्षेत्र के नवयुवकों को नशे के गिरफ्त में लेने वाले व्यक्तियों व नशे के सौदागरों की धरपकड़ कर सख्त कार्यवाही करने एवं इस प्रकार के अवैध कार्यों में लिप्त लोगों की सूचना देने हेतु मजबूत सूचना तंत्र एक्टिव करने के निर्देश पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल ने थाना-चौकी प्रभारियों को दिए थे। 
इसी तारतम्य में 18 अप्रैल को चौकी प्रभारी बसदेई सुनील सिंह को मुखबीर से सूचना मिली कि एक व्यक्ति भारी मात्रा में नशीली इंजेक्शन व टेबलेट लेकर शिवप्रसादनगर रेलवे स्टेशन के पास बिक्री करने हेतु ग्राहक की तलाश कर रहा है। चौकी प्रभारी के द्वारा इसकी सूचना पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल को दिए जाने पर उन्होंने पुलिस टीम के साथ घेराबंदी कर उस व्यक्ति को पकड़ने के निर्देश दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर एवं सीएसपी डी.के.सिंह के मार्गदर्शन में चौकी प्रभारी बसदेई सुनील सिंह व पुलिस टीम ने शिवप्रसादनगर रेलवे स्टेशन के पास एक व्यक्ति को घेराबंदी कर काले रंग के बैग सहित पकड़ा। पकड़ा गया व्यक्ति शिवप्रसाद साहू पिता उदय चंद साहू उम्र 24 वर्ष निवासी ग्राम रनई (सड़कपारा), थाना पटना का रहने वाला है जिसके काले रंग के बैग से स्पास्मो प्रोक्सीवोन प्लस कैप्सूल 350 पत्ता प्रत्येक पत्ता में 24 नग कुल 8400 नग कैप्सूल एवं रेक्सोजेसिक इंजेक्शन 20 पत्ता प्रत्येक पत्ता में 5 नग कुल 100 नग कीमत 94 हजार रूपये का जप्त कर धारा 21(बी) एनडीपीएस एक्ट के तहत् मामला पंजीबद्व कर गिरफ्तार किया गया। पूछताछ पर आरोपी ने बताया कि नशीली इंजेक्शन व टेबलेट को माड़ा मध्यप्रदेश से खरीदकर रनई, पटना, सिरसी, शिवप्रसादनगर, विश्रामपुर एवं भटगांव क्षेत्र में नशेड़ियों को अधिक दर पर बेचकर लाभ अर्जित करता था।
कार्यवाही में चौकी प्रभारी बसदेई सुनील सिंह, प्रधान आरक्षक मनोज पोर्ते, कृष्णा सिंह, आरक्षक अमरेन्द्र दुबे, जितेन्द्र पटेल, महेन्द्र प्रताप सिंह, प्रदीप साहू, महेन्द्र यादव, युवराज यादव एवं देवदत्त दुबे सक्रिय रहे।
* अब तक 13 नशे के सौदागरों के विरूद्ध पुलिस ने की एनडीपीएस एक्ट के तहत् कार्यवाही *
पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल के निर्देशन में जिले की पुलिस के द्वारा अब तक नशीली इंजेक्शन, दवाईयों सहित अवैध गांजा बेचने वाले नशे के 12 सौदागरों के विरूद्ध कार्यवाही कर चुकी है। पुलिस की इस ताबड़तोड़ कार्यवाही की आमजनों ने प्रशंसा की है। यहां की पुलिस ने क्षेत्र में मजबूत सूचना तंत्र बना रखा है जिसके फलस्वरूप नशे के सौदागरों के विरूद्ध लगातार पुलिस कार्यवाही कर भारी मात्रा में नशीली दवा सहित मादक पदार्थ गांजा जप्त करने में सफलता हासिल की है।

नशे के सौदागरों पर पुलिस की कार्यवाहियों पर एक नजर 
  • 11 जनवरी को भटगांव पुलिस ने 1560 रूपये कीमत के नशीली दवाईयों के साथ 3 को पकड़ा।
  • 9 फरवरी को बसदेई पुलिस ने 15 हजार कीमत के 2 किलो गांजे के साथ 1 को पकड़ा। 
  • 15 मार्च को भटगांव पुलिस ने 2286 रूपये कीमत के 175 नग नशीली इंजेक्शन के साथ 3 को पकड़ा। 
  • 30 मार्च को बसदेई पुलिस ने 8 हजार कीमत के 1 किलो गांजे सहित 1 को पकड़ा। 
  • 5 अप्रैल को करंजी पुलिस ने 18 हजार कीमत के अवैध नशीली दवाईयां सहित 2 को पकड़ा।
  • 11 अप्रैल को विश्रामपुर पुलिस ने 50 हजार कीमत के नशीली इंजेक्शन के साथ 2 को पकड़ा।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।