शुक्रवार, 5 अप्रैल 2019

2 लाख 50 हजार के 19 रास भैंसा सहित 2 गिरफ्तार


सूरजपुर। भटगांव पुलिस ने 2 लाख 50 हजार रूपये कीमत के 19 रास भैंस कत्लखाने ले जाते 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। शुक्रवार 05 अप्रैल को भटगांव थाना प्रभारी को मुखबीर से सूचना मिली कि बंशीपुर के जंगल में भैंस को अवैध रूप से कत्ल करने की नियत से बूचड़ खाना क्रूरतापूर्वक ले जाया जा रहा है जिसकी सूचना से पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल को अवगत कराए जाने पर उन्होंने तत्काल पुलिस टीम के साथ आरोपी की धरपकड़ करने के निर्देश दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी भटगांव किशोर केंवट व पुलिस टीम के द्वारा बंशीपुर के जंगल में भैंस को अवैध रूप से कत्ल करने की नियत से बूचड़ खाना क्रूरतापूर्वक ले जाते हुए दो व्यक्ति 1. जागृह हरिजन पिता तुलसीदास उम्र 36 वर्ष 2. सीताराम पिता हरदयाल उम्र 26 वर्ष निवासी केसारी, थाना रघुनाथनगर, जिला बलरामपुर को घेराबंदी कर पकड़ा, दोनों व्यक्तियों के कब्जे की मवेशी के संबंध में दस्तावेज की मांग करने पर उनके द्वारा कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं करने पर आरोपियों के पास से 19 रास भैंस कीमत 2 लाख 50 हजार रूपये का जप्त कर छत्तीसगढ़ कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम की धारा 4, 6, 10 और पशु क्रूरता अधिनियम की धारा 11 के तहत् अपराध पंजीबद्ध कर दोनों आरोपियों को विधिवत् गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। 
पूछताछ पर आरोपियों ने बताया कि सूरजपुर और आसपास के क्षेत्र से कृषि योग्य पशुओं को एकत्रित कर केसारी ले जाकर पूर्व योजनानुसार झारखण्ड व उत्तरप्रदेश के मवेशी तस्करों को बेचते थे जो अन्य प्रांत के तस्कर छत्तीसगढ़ के मवेशियों को बूचड़खाना ले जाकर वध कर देते हैं।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।