बुधवार, 6 फ़रवरी 2019

सूरजपुर जिले की नवगठित तेजस्विनी स्क्वार्ड के द्वारा छात्राओं को दी कानूनी जानकारी

* स्कूली छात्राओं को दी गई सेल्फ डिफेंस के टिप्स 



सूरजपुर। पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल के निर्देश एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मेघा टेंभुरकर के मार्गदर्शन में नवगठित तेजस्विनी स्क्वाड, सखी वन स्टाप सेंटर एवं बाल कल्याण समिति के सदस्यों के द्वारा मंगलवार 5 फरवरी को शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सूरजपुर के स्कूली छात्राओं को महिला एवं बालिकाओं पर होने वाले अपराधों एवं उनसे संबंधित कानून के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
तेजस्विनी स्क्वाड के द्वारा छात्राओं को सुरक्षा संबंधी जानकारी दी गई ताकि स्कूल आते-जाते कोई आपसे छेड़छाड़ न कर सके यदि कोई छेड़खानी करता है तो निडर होकर परिवार और स्क्वाड को इसकी सूचना तत्काल टोल फ्री नंबर पर दें, सूचना देने वाले का नाम, पता गुप्त रखा जाएगा। सूचना मिलते ही तेजस्विनी स्क्वाड तुरंत मौके पर पहुंचकर उचित सुरक्षा मुहैया कराएगी साथ ही संबंधित के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही भी करेंगी। आज के युग में हर क्षेत्र में महिलाए पुरूषों की बराबरी कर रही हैं। वे पुरूषों से कम नहीं है। स्कूल आने-जाने, आकस्मिक परिस्थितियों एवं सफर के दौरान खुद की सुरक्षा कैसे करें, अपने पास रखी वस्तु पानी बाटल, सेफ्टी पिन, साईकिल चाबी व अन्य चीजों से स्वयं की सुरक्षा के टिप्स के बारे में बताया। स्कूल आते जाते समय लिफ्ट लेते वक्त क्या सावधानी रखनी चाहिए इसकी जानकारी दी।इस दौरान तेजस्विनी स्क्वाड, सखी वन स्टाप सेंटर, बाल कल्याण समिति के अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।