शुक्रवार, 16 जून 2017

नशे के विरूद्ध सफल कार्यवाही :5 लाख के नशीले कफ सिरप व टेबलेट बरामद






सूरजपुर । पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज हिमांशु गुप्ता के मार्गदशर्न में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आर.पी.साय के निर्देशन में जिले में नशे के विरूद्ध चलाये गये अभियान के तहत आज दिनांक 15 जून को जरिये मुखबीर एवं आबकारी एसआई के द्वारा सूचना मिला कि कैप्टन उर्फ सुरेन्द्र सिंह सरदार के द्वारा भारी मात्रा में नशीली दवाईयां ग्राम केशवनगर में शिवशंकर हरिजन के घर में अपने कब्जे में छिपाकर रख कर नशोड़ी युवकों को बिक्री कर रहा है एवं परिवहन करने की तैयारी में है, इस सूचना पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सूरजपुर आर.पी.साय द्वारा तत्काल सीएसपी सूरजपुर डी.के.सिंह के नेतृत्व में थाना विश्रामपुर एवं स्पेशल पुलिस टीम को आवश्यक दिशा निर्देश देकर रेड कार्यवाही हेतु रवाना किया गया जो पुलिस टीम के द्वारा ग्राम केशवनगर स्थित शिवशंकर हरिजन के घर पर रेड कार्यवाही किया गया जहां घर मालिक शिवशंकर हरिजन पिता शिवबालक उम्र 32 वर्ष निवासी ग्राम केशवनगर एवं कैप्टन उर्फ सुरेन्द्र सिंह पिता त्रिलोक सरदार उम्र 50 वर्ष निवासी शिवनंदनपुर, थाना विश्रामपुर मौके पर अपनेअपने कब्जे में रखे नशीली दवाओं क्रमशः (1) एल्परा जोलम टेबलेट कुल 1,19,550 नग (एक लाख उन्नीस हजार पॉच सौ पचास) कीमती 2 लाख 42 हजार 2 सौ 80 रूपये (2) स्पासमो 23,120 नग (तेईस हजार एक सौ बीस) कीमती 91,190 (इनकानबे हजार एक सौ नब्बे रूपये) (3) रिलेक्सो कफ सिरप 1,936 नग (एक हजार नौ सौ छत्तीस) कीमती 2,32,320 (दो लाख बत्तीस हजार तीन सौ बीस रूपये) कुल कीमती 5 लाख रूपये के साथ पकड़े गये। पूछताछ करने पर कैप्टन उर्फ सुरेन्द्र सिंह सरदार ने बताया कि स्वयं के गुरूनानक मेडिकल दुकान का संचालन करता है उसी के आड़ में नशीली दवा को शिवशंकर हरिजन के घर में गोदाम बनाकर छिपाकर रख कर नशेड़ी युवकों को दो तीन गुना अधिक कीमत में बिक्री कर लाभ कमाता था।
इस मामले के मुख्य सरगना कैप्टन सरदार के विरूद्ध लगातार पुलिस को इस तरह की शिकायतें प्राप्त हो रही थी कि कैप्टन सरदार द्वारा विगत 20 वर्षो से विश्रामपुर शहर एवं आसपास के ग्रामीण व शहरी इलाकों में नवयुवकों को नशे के दवाईयां एवं इंजेक्शन एक्सपारी तिथि वाला बेच कर जीवन बर्बाद कर रहा है। पकड़े गये दोनों आरोपियों के विरूद्ध थाना विश्रामपुर में अपराध क्रमांक 129/17 धारा 21(सी) एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्यवाही किया गया है।
इस कार्यवाही में सीएसपी सूरजपुर डी.के.सिंह के नेतृत्व में थाना प्रभारी विश्रामपुर एसआई सुनील तिवारी, आबकारी एसआई शीला बड़ा, स्पेशल पुलिस टीम प्रभारी सरफराज फिरदौसी, एएसआई मनोज सिंह, विमलेश सिंह, उमेश सिंह एवं पुलिस के प्रधान आरक्षक एवं आरक्षकगण सक्रिय रहे। 

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।