सोमवार, 15 मई 2017

गुम इंसानों की खोजबीन हेतु एक माह चलेगा अभियान ‘‘तलाश’’


सूरजपुर।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सूरजपुर आर.पी.साय के निर्देश पर आज अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एस.आर.भगत के द्वारा स्थानीय पुलिस कन्ट्रोल रूम सभाकक्ष में जिले के थाना चौकी प्रभारियों, पैरालिगल वाॅलेन्टियर, लेबर आफिसर एवं चाॅईल्ड लाईन के अधिकारियों की उपस्थिति में गुम इंसानों की खोजबीन हेतु अभियान ‘‘तलाश’’ के तहत बैठक ली। 
इस दौरान एएसपी ने प्रत्येक गुम बच्चे की जांच के लिये नियुक्त जांचकर्ता अधिकारी को गुमशुदा के घर पर जाकर जांच करने एवं गुमशुदा के रहने के हर संभावित स्थानों पर जाकर पतासाजी करने, गुमशुदा के परिजनों से अद्यतन जानकारी लेने, उनके परिजनों का मोबाईल नंबर की जानकारी लेने, जिला विधिक सेवा प्राधिकारण एवं पैरालिगन वाॅलेन्टियर को गुमशुदा बच्चों की पूरी जानकारी उपलब्ध कराने, गुमशुदा बच्चों को ढूंढने हेतु सोशल मिडिया का उपयोग करने, रेडियों, दूरदर्शन के माध्यम से गुमशुदा बच्चों के पतासाजी हेतु प्रसारण कराने, स्थानीय मुख्य समाचार पत्रों में प्रकाशित कराने कराने के निर्देश दिये। इस दौरान उपस्थित पैरालिगल वाॅलेन्टियर, लेबर आफिसर एवं चाॅईल्ड लाईन के अधिकारियों को गुमशुदा बच्चों की पतासाजी में पूर्ण सहयोग देने हेतु कहा। बैठक में एएसपी श्री भगत ने उपस्थित थाना चौकी प्रभारियों, पैरालिगल वाॅलेन्टियर, लेबर आफिसर एवं चाॅईल्ड लाईन के अधिकारियों को 15 मई से 15 जून 2017 तक एक माह चलाये जाने वाले अभियान ‘‘तलाश’’ के दौरान अधिक से अधिक गुम इंसान की पतासाजी कर दस्तयाब करने हेतु निर्देशित किया। 
इस दौरान थाना प्रभारी एम.आर.कश्यप, सी.पी.तिवारी, रामेन्द्र सिंह, प्रमोद डनसेना, एसआई अश्वीनी पाण्डेय, के.एस.पैकरा, एस.पी.खाखा, चैकी प्रभारी रामनरेश गुप्ता, एएसआई सोहन सिंह, प्रधान आरक्षक विमल सिंह, आरक्षक संजय दुबे, पैरालिगल वाॅलेन्टियर जेनेन्द्र रवि, संगीता तान्जे, सुनीता, रीना पैकरा, चाईल्ड लाईन के आनंद कुमार, लेबर आफिसर तिलेश्वरी राजवाडे़ एवं दुर्गावती साहू उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।