शुक्रवार, 12 मई 2017

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सूरजपुर ने ली थाना प्रभारियों की क्राईम मीटिंग



 
सूरजपुर। अपराधों में कमी लाने, पंजीबद्व हुए अपराध के निकाल, शिकायत, मर्ग एवं अन्य कार्यवाही की विस्तृत जानकारी लेने हेतु आज सूरजपुर जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आर.पी.साय के द्वारा क्राईम मीटिंग पुलिस कन्ट्रोल रूम के सभा कक्ष में ली गई।इस दौरान एसएसपी आर.पी.साय ने थाना में पंजीबद्व अपराध, मर्ग, गुम इंसान, लंबित शिकायत की विस्तृत जानकारी लेते हुये थाना प्रभारियों को शीघ्र जांच पूर्ण करने, थाना चौकी प्रभारियों को आमजन के द्वारा किसी अपराध या एक्सीडेंट होने की जानकारी दिये जाने पर तत्काल मौके पर पहुंचने, सामुदायिक पुलिसिंग के तहत् थाना के दुरस्थ अंचल में चलित थाना एवं पुलिस मित्र अभियान के दौरान मौके पर शिकायतों का निराकरण करने, ग्रामीणों को धोखाधड़ी, सोना सफाई गिरोह के द्वारा ठगी करने से बचने की समझाईश देने, स्वच्छता अभियान, अवैध शराब बिक्री की सूचना देने, गांव के सरपंच, पंच एवं सचिव की बैठक लेने, दिगर जिला व प्रदेश के फरार आरोपियों की धरपकड़ शीघ्र करने, थाना चौकी में मरम्मत अथवा निर्माण कार्य संबंधी प्राक्कलन तैयार कर भेजने, मेधावी छात्र/छात्राओं को पुरस्कृत करने, वर्तमान में संचालित निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्वक कराने, नवीन पुलिस चौकी खोले जाने हेतु विधिवत् प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिये। इस दौरान एसएसपी श्री साय ने पुलिस लाईन पर्री में पुलिस के अधिकारी/कर्मचारियों की सुविधा हेतु पुलिस कैन्टीन खोलने हेतु प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये। 
इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एस.आर.भगत, सीएसपी डी.के.सिंह, एसडीओपी प्रतापपुर आर.के.शुक्ला, एसडीओपी ओड़गी जे.एल.लकड़ा, डीएसपी अजाक बी.एल.केहरी, स्टेनो पुष्पेन्द्र शर्मा, थाना प्रभारी अनूप एक्का, प्रमोद डनसेना, सी.पी.तिवारी, रूंगटू राम टोप्पो, नरेन्द्र सिंह, व्ही.एन.भारद्वाज, दीपक भारद्वाज, अजरूद्दीन, प्रदुम्मन तिवारी, रामेन्द्र सिंह, निरीक्षक शिवराम कुँजाम, तरशीला टोप्पो, रक्षित निरीक्षक रामप्रसाद पैकरा, सूबेदार सनत ठाकुर, एमटीओ गंगाधर जोशी, एसआई जानॅप्रदीप लकड़ा, एस.पी.खाखा, एसआई(अ) आनंदराम पैकरा, अमिताभ, साईबर सेल प्रभारी नीलाम्बर मिश्रा, स्पेशल पुलिस टीम प्रभारी सरफराज फिरदौसी, चौकी प्रभारी रामनरेश गुप्ता, कपिलदेव पाण्डेय, एएसआई अगस्त सिंह, प्रधान आरक्षक अश्वनी पाण्डेय उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।