गुरुवार, 12 जनवरी 2017

नशीली दवाईयों के साथ 2 गिरफ्तार



सूरजपुर।  चंदौरा थाना क्षेत्र के ग्राम सोनडीहा निवासी टिल्लू उर्फ खुषदिल पटेल के द्वारा यूपी सोनभद्र क्षेत्र से नशीली दवाईयां लाकर क्षेत्र में खपाये जाने की शिकायत काफी दिनों से मिल रही थी कि उसके द्वारा प्रिंट रेट से तीन गुना दामों में नशीली दवाईयों को क्षेत्र में बिक्री की जा रही है जिसकी तलाश हेतु मुखबीर लगाया गया था जो मुखबीर ने सूचना दिया गया कि ग्राम सोनडीहा का खुशदिल एवं मनीष पटेल एक सफेद रंग की पुरानी मार्शल सीजी 16 8144 में कोरेक्स कफ सीरप एवं नशीली दवाईयां बिक्री करने हेतु चंदौरा होते हुये प्रतापपुर जा रही है जिसकी सूचना पुलिस अधीक्षक सूरजपुर आर.पी.साय को दिये जाने पर एसडीओपी प्रतापपुर आर.के.शुक्ला के नेतृत्व में चंदौरा पुलिस को घेराबंदी कर पकड़ने हेतु निर्देशित किया गया। पुलिस टीम के द्वारा चंदौरा चौक के पास नाकेबंदी की गई जो मार्शल वाहन में टिल्लू उर्फ खुशदिल पटेल एवं मनीष पटेल बनारस रोड़ से आते दिखे जिन्हें घेराबंदी कर पकड़ा गया तलाशी लिये जाने पर दोनों के कब्जे से अवैध नशीली दवाई कोरेक्स कफ सिरप 120 शीशी तथा रोजोलेम एवं गैलप्रेक्स नामक टेबलेट 19 पत्तों में 240 नग कीमती करीब 12500 रूपये का है जिसे औषधी निरीक्षक अमरेश तिर्की के माध्यम से पहचान कराया गया जो मनोत्तेजक एवं नशीली दवाईयां पाये गई उक्त नशीली दवाईयों को धारा 21बी एनडीपीएस एक्ट के तहत् जप्त कर आरोपी खुशदिल उर्फ टिल्लू पिता ओमप्रकाश पटेल तथा मनीष पटेल पिता श्लोक प्रसाद दोनों निवासी ग्राम सोनडीहा, थाना चंदौरा को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी चंदौरा विरेन्द्र कंवर, एएसआई रविन्द्र प्रताप सिंह, प्रधान आरक्षक 280 विवेकानंद सिंह, आरक्षक अखिलेश यादव, मिथलेष गुप्ता, भोला राजवाड़े, अवधेश कुशवाहा एवं रामकुमार पैकरा सक्रीय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।