गुरुवार, 9 अक्टूबर 2025

कोर्ट मोहर्रिरों की बैठक में डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर के कड़े निर्देश- ई-समंस की हो शत-प्रतिशत तामीली।

 

सूरजपुर। फरियादी, पीड़ित व्यक्ति को सुलभ न्याय शीघ्रता से मिले इसके लिए अब माननीय न्यायालयों के द्वारा ई-समंस जारी किए जा रहे है, ई-साक्ष्य पोर्टल पर समंस जारी होने के फौरन बाद उसकी तामीली कैसे की जानी है, तामीली उपरान्त माननीय न्यायालय को तामीली से किस प्रकार अवगत कराना है उसे लेकर जिला पुलिस कार्यालय में शनिवार, 30 अगस्त 2025 को डीआईजी व एसएसएपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर की अध्यक्षता में न्यायालय के कोर्ट मोहरिर्राे, थाना-चौकी में समंस वारंट के कार्य करने वाले जवानों का प्रशिक्षण का आयोजन किया गया।
              इस दौरान डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर ने कहा कि न्यायालयीन प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़े इसके लिए गवाहों का माननीय न्यायालय में उपस्थित होना अनिवार्य है। ई-साक्ष्य पोर्टल पर गवाहों को जारी ई-समंस की तामीली प्राथमिकता से समय पर की जाए। ई-समंस प्राप्ति एवं तामीली उपरान्त भेजने का रिकार्ड सुरक्षित रखी जाए। उन्होंने कहा कि आपके सजग रहकर कार्य करने से समंस-वारंट की तामीली सही समय होगी और फरियादियों को न्यायालय से जल्द न्याय मिलेगा। कोर्ट मोहर्रिर व समंस वारंट का कार्य करने वाले जवानों को कहा कि अच्छे कार्य पर पुरस्कृत तो वहीं लापरवाही पर दंडित किया जायेगा। इस दौरान डीएसपी मुख्यालय महालक्ष्मी कुलदीप, निरीक्षक जावेद मियादाद, जिला पुलिस कार्यालय के अधिकारी व कोर्ट मोहर्रिर सहित थाना में समंस-वारंट का कार्य करने वाले आरक्षकगण मौजूद रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।