गुरुवार, 9 अक्टूबर 2025

सूरजपुर पुलिस ने नशे में गाड़ी चलाने वालों पर की सख्त कार्रवाई, पुलिस ने जांचे 20 हजार से अधिक वाहन, 200 वाहन चालक नशे की हालत में पकड़ाए, 19 लाख रूपये का हुआ चालान, इसके अतिरिक्त यातायात नियमों के उल्लघंन पर 3009 चालकों के विरूद्ध हुई एमव्ही एक्ट की कार्यवाही।

 

सूरजपुर। डीआईजी व एसएसपी श्री प्रशांत कुमार ठाकुर के निर्देश पर जिले की पुलिस ने ड्रंक एंड ड्राइव के खिलाफ विशेष अभियान चला रही है। दिनांक 01 अगस्त से 22 अगस्त 2025 के बीच विभिन्न थाना-चौकी व यातायात की टीमों ने जगह-जगह चेकिंग प्वाईंट लगाकर करीब 20 हजार से अधिक वाहन चालकों की ब्रेथ एनालाइजर से जांच की। जांच में नशे का सेवन करके वाहन चलाने वाले 200 चालकों को पकड़ा गया और उनका डॉक्टरी मुलाहिजा कराकर माननीय न्यायालय में 190 इस्तगाशा पेश किया जहां से 190 लोगों के विरूद्ध 19 लाख रूपये का चालान हुआ है, शेष का इस्तगाशा जल्द पेश किया जायेगा। पुलिस इन चालकों के ड्राईविंग लायसेंस निलंबन के लिए प्रतिवेदन आरटीओ को भेजा है। इसके अलावा इस अवधि में यातायात नियमों के उल्लघंन करने वाले 3009 चालकों के विरूद्ध एमव्ही एक्ट की कार्यवाही कर 10 लाख 71 हजार 200 रूपये समन शुल्क वसूल किया गया है। पुलिस की यह कार्रवाई सड़क सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए की गई।
                        डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर ने कहा कि जिले में शराब पीकर वाहन चलाने वाले और यातायात नियमों की अनदेखी करने वालों पर मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्यवाही की जा रही है। पुलिस लगातार सुगम सफर अभियान के तहत यातायात के नियमों के पालन के लिए जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को जागरूक कर रही है। पुलिस का मकसद सड़कों पर कानून-व्यवस्था बनाए रखना और सड़क हादसों को रोकना है। यातायात नियमों का उल्लघंन और शराब पीकर गाड़ी चलाना सड़क दुर्घटनाओं की बड़ी वजह बनता है। यह अभियान आगे भी निरंतर जारी रहेगा।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।