बुधवार, 13 अगस्त 2025

हत्या के आरोपी को थाना सूरजपुर पुलिस ने किया गिरफ्तार।

 

सूरजपुर। ग्राम नयनपुर निवासी धनेश्वरी सिंह ने थाना सूरजपुर में रिपोर्ट दर्ज कराया कि दिनांक 28.07.2028 को अपने पति व ससुर के साथ रोपा लगाने गई थी, शाम को खेत से वापस घर आने पर सास ने बताया कि दोपहर में गांव का कमला प्रसाद घर के सामने सी.सी. रोड में आकर उसे टोनही कहकर गाली गलौज कर रहा था। शाम-रात होने पर रिपोर्ट करने नहीं गई। रात्रि करीब 7 बजे इसका पति ललन सिंह फिल्ट प्लांट पचिरा में काम करने चला गया। रात्रि में सभी खाना खाकर सो रहे थे रात्रि करीब 2 बजे इसके ससुर व सास के हल्ला को सुनकर ससुर के कमरे में गई तो देखी कि पड़ोसी कमला प्रसाद घर के अंदर घुसकर टांगी से इससे ससुर बुधराम के सिर में मार रहा था, इसके द्वारा हल्ला करने पर वह टांगी लेकर भाग गया। ससुर बेहोश हो गए जिसे उपचार के लिए जिला चिकित्सालय सूरजपुर लाए जहां उपचार के दौरान ससुर की मृत्यु हो गई। प्रार्थियां की रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 375/2025 धारा 103(1), 331(6) बीएनएस, छत्तीसगढ़ टोनही प्रताड़ना निवारण अधिनियम 2005 की धारा 4, 5 तहत मामला पंजीबद्ध किया गया।
मामले की सूचना पर डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने प्रकरण के आरोपी को जल्द पकड़ने के निर्देश दिए। थाना सूरजपुर पुलिस ने मामले की विवेचना के दौरान आरोपी कमला प्रसाद पिता स्व. जगसाय उम्र 46 वर्ष निवासी ग्राम नयनपुर को पकड़ा। पूछताछ पर उसने हत्या की वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया जिसके निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त टांगी जप्त कर उसे गिरफ्तार किया गया। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी सूरजपुर विमलेश दुबे व उनकी टीम सक्रिय रही।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।