मंगलवार, 8 अक्टूबर 2024

लोन की राशि 5,29,272 रूपये गबन करने वाले ब्रांच मैनेजर को थाना प्रतापपुर पुलिस ने किया गिरफ्तार।

सूरजपुर। दिनांक 16.03.2024 को देवेन्द्र यादव निवासी ग्राम लौदा, थाना अलीनगर, जिला चंदौली उत्तरप्रदेश वर्तमान निवासी अम्बिकापुर ने थाना प्रतापपुर में रिपोर्ट दर्ज कराया कि प्रयत्न माइक्रो फायनेंस लिमिटेड ब्रांच प्रतापपुर का ब्रांच मैनेजर अरमान अहमद के विरूद्ध लिखित आवेदन पेश किया कि शाखा कलेक्शन एवं हितग्राहियों से लिए लोन की राशि 5,29,272 रूपये को कंपनी के खाता में जमा ना कर पूरी राशि लेकर ब्रांच छोड़कर चला गया है। प्रार्थी के रिपोर्ट पर आरोपी अरमान अहमद के विरूद्ध अपराध क्रमांक 84/24 धारा 409 भादसं. के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया।
             मामले की सूचना मिलते ही डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री एम.आर.आहिरे (भापुसे) ने आरोपी की पतासाजी कर जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो व एसडीओपी प्रतापपुर अरूण नेताम के मार्गदर्शन में थाना प्रतापपुर पुलिस के द्वारा आरोपी की लगातार पतासाजी की गई। इसी बीच नई तकनीक की मदद से आरोपी के बिहार में रहने की पुष्टि होने पर विधिवत् पुलिस टीम बिहार गई और वहां से दबिश देकर आरोपी अरमान अहमद पिता स्व. असगर अहमद उम्र 38 वर्ष ग्राम सुकृत उत्तरप्रदेश को पकड़ी। पूछताछ पर आरोपी ने जुर्म स्वीकार किया जिसके निशानदेही पर गबन किए गए राशि में से 20 हजार रूपये व एक मोबाईल जप्त कर आरोपी को गिरफ्तार किया है। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी प्रतापपुर लक्ष्मण सिंह धुर्वे, एएसआई हरिशंकर तिवारी, प्रधान आरक्षक रजनीश त्रिपाठी, आरक्षक इन्द्रजीत सिंह, राजेश तिवारी, रौशन सिंह व युवराज यादव सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।