शनिवार, 6 अप्रैल 2024

ढ़ाबा से 17 किलो मादक पदार्थ डोडा, 66 लीटर महुआ शराब व 12 पाव अंग्रेजी शराब जप्त कर थाना चंदौरा पुलिस ने 1 आरोपी को किया गिरफ्तार।

सूरजपुर। उप पुलिस महानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री एम.आर.आहिरे (भा.पु.से.) के निर्देशन में थाना-चौकी की पुलिस नशे के कोराबार से जुड़े लोगों के विरूद्ध लगातार कड़ी कार्यवाही करने में लगी हुई है। इसी परिप्रेक्ष्य में दिनांक 28.03.2024 को थाना चंदौरा पुलिस को मुखबीर से सूचना मिला कि काबेरी ढ़ाबा के संचालक अजय कुमार ग्राम घाट पेण्डारी अपने ढ़ाबा स्टोर रूम और काउन्टर टेबल के पास अवैध मादक पदार्थ डोडा एवं शराब रखकर ढ़ाबा में आने-जाने वालों को बिक्री कर रहा है।
              सूचना मिलने के फौरन बाद थाना चंदौरा पुलिस काबेरी ढ़ाबा पहुंची जहां विधि के अनुसार मुस्तैदी से ढ़ाबा की घेराबंदी कर ढ़ाबा की तलाशी ली गई जहां से 17 किलो मादक पदार्थ डोडा जिसकी बाजारू कीमत करीब 1 लाख रूपये, पानी बॉटल व प्लास्टिक के जरकिन में रखा 66 लीटर महुआ शराब कीमत 9900 रूपये तथा 12 पाव गोवा विस्की अंग्रेजी शराब कीमत 1440 रूपये कुल कीमत 1 लाख 11 हजार 340 रूपये का जप्त कर धारा 15 एनडीपीएस एक्ट तथा 34(2) आबकारी एक्ट के तहत कार्यवाही कर आरोपी अजय कुमार पिता रामाशंकर यादव उम्र 42 वर्ष निवासी घाटपेण्डारी थाना चंदौरा को गिरफ्तार किया गया। कार्यवाही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो व एसडीओपी प्रतापपुर अरूण नेताम के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी चंदौरा प्रदीप सिदार, एएसआई हीरालाल साहू, प्रधान आरक्षक शैलेष सिंह, राहुल गुप्ता, रामाधीन श्यामले, अनिल कुजूर, महेन्द्र पटेल, उदय सिंह, आरक्षक सोहर सिंह, प्रवीण मिश्रा, रविन्द्र जायसवाल व अनिरूद्ध पैंकरा सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।