बुधवार, 8 नवंबर 2023

सूरजपुर पुलिस ने विधानसभा क्षेत्र प्रेमनगर, भटगांव व प्रतापपुर में निकाला फ्लैग मार्च।

 


सूरजपुर। विधानसभा चुनाव को लेकर आदर्श आचार संहिता प्रभावशील है और चुनाव को लेकर पुलिस पूरी तरह से एलर्ट है। शांतीपूर्ण चुनाव सम्पन्न कराने पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री आई कल्याण एलिसेला के निर्देश पर जिले की पुलिस के द्वारा विधानसभा क्षेत्र प्रेमनगर, भटगांव व प्रतापपुर में मंगलवार को फ्लैग मार्च निकाला और असमाजिक तत्वों को कड़ा संदेश देने का प्रयास किया।
             अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शोभराज अग्रवाल के मार्गदर्शन में प्रेमनगर विधानसभा क्षेत्र में सीएसपी एस.एस.पैंकरा के नेतृत्व में फ्लेग मार्च संयुक्त जिला कार्यालय से शुरू होकर नगर के सभी प्रमुख मार्गो के अलावा विश्रामपुर, जयनगर में निकाला गया। प्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र में एसडीओपी प्रतापपुर अरूण नेताम के नेतृत्व में तथा भटगांव विधानसभा क्षेत्र में एसडीओपी ओड़गी राजेश जोशी के नेतृत्व में फ्लैग मार्च निकाला गया। इस मार्च में पुलिस राजपत्रित अधिकारियों के साथ-साथ थाना-चौकी सहित पुलिस लाईन के पुलिस अधिकारी व जवानों ने भाग लिया। पूरे जिले में सुरक्षा प्रबंध कड़े कर दिए है और जनता में विश्वास कायम करने और चुनावों को शांतिपूर्ण ढंग से कराने के उद्देश्य से फ्लेग मार्च निकाला गया है। तीनों विधानसभा क्षेत्र में निकाले गए फ्लेग मार्च में डीएसपी नंदिनी ठाकुर, महालक्ष्मी कुलदीप, प्रशिक्षु डीएसपी स्निग्धा सलामे, रक्षित निरीक्षक रामप्रसाद पैंकरा, थाना प्रभारी सूरजपुर लक्ष्मण सिंह धुर्वे, थाना प्रभारी विश्रामपुर अलरिक लकड़ा, थाना प्रभारी जयनगर सरफराज फिरदौसी, थाना प्रभारी प्रतापपुर किशोर केरकेट्टा, थाना प्रभारी चंदौरा निलिमा तिर्की, थाना प्रभारी झिलमिली राजेन्द्र साहू, थाना प्रभारी भटगांव अलरिक लकड़ा, यातायात प्रभारी सुनील सिंह सहित भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद थी।





'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।