सूरजपुर। दिनांक 28.06.23 को सूरजपुर के आदित्य होटल में हंसराज उर्फ हंसू अग्रवाल निवासी नेहरू पार्क रोड सूरजपुर के द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या करने की सूचना पर मर्ग कायमी उपरान्त शव पंचनामा व जांच कार्यवाही के दौरान मृतक के परिजनों एवं गवाहों के कथन लिए गए जिसमें आरोपियों से मृतक हंसराज उर्फ हंसू अग्रवाल के द्वारा अपना पैसा वापस मांगने पर उनके द्वारा मृतक हंसराज अग्रवाल को गाली गलौज कर जान से मारने धमकी देकर आत्महत्या करने के लिये उत्प्रेरित किया गया एवं मृतक हंसराज उर्फ हंसू अग्रवाल के द्वारा एक कापी में मृत्यु पूर्व सुसाईड नोट 5 पेज में लिखा हुआ मिला जिसमें आरोपीगण 1. दिलीप अंदानी पिता मोहन अंदानी निवासी तेलीबांधा रायपुर 2. नवीन बतरा निवासी रायपुर 70 लाख रूपये अलग अलग किस्तो में महादेव बुक का काम दिलाने के नाम पर ठगी करने 3. अरूण सिंह निवासी रायपुर 4. पूजा पाण्डेय निवासी झांसी सूरजपुर हालमुकाम रायपुर 5. रवि अग्रवाल निवासी अम्बिकापुर के द्वारा मृतक का नुकसान पैसा कवर करने के लिये 25 लाख रूपये लेने 6. लिल्ले निवासी सूरजपुर के द्वारा मृतक से 20 से 25 लाख रूपये लेकर धोखा देने और मृतक द्वारा उनसे पैसा वापस मांगने पर जान से मारने की धमकी देकर आत्महत्या करने को उत्प्रेरित करने से मृतक सूरजपुर के आदित्य होटल में फांसी लगाकर आत्महत्या करना पाये जाने पर आरोपियों के विरूद्ध थाना सूरजपुर में अपराध क्रमांक 271/23 धारा 306, 34 भादसं के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया। पुलिस महानिरीक्षक, सरगुजा रेंज श्री रामगोपाल गर्ग के सतत् मार्गदर्शन में पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री आई. कल्याण ऐलिसेला ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित कर लगाया और लगातार विवेचना से जुड़े महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए। गठित पुलिस टीम के द्वारा रायपुर में दबिश देकर आरोपी दिलीप अंदानी पिता मोहन अंदानी उम्र 30 वर्ष निवासी रायपुर एवं पूजा पाण्डेय पिता अशोक पाण्डेय उम्र 27 वर्ष निवासी ग्राम झांसी, हालमुकाम पुरानी बस्ती रायपुर को पकड़ा। घटना के बारे में पूछताछ पर दोनों के द्वारा अपना-अपना जुर्म स्वीकार करने पर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। कार्यवाही अतिरिक्ति पुलिस अधीक्षक मधुलिका सिंह के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी सूरजपुर लक्ष्मण सिंह धुर्वे, एसआई गजपति मिर्रे, संतोष सिंह, सरफराज फिरदौसी, चौकी प्रभारी रेवटी सुनील सिंह, प्रधान आरक्षक अदीप प्रताप सिंह, लखेश साहू, जयप्रकाश तिवारी, अखिलेश पाण्डेय, अजय प्रताप सिंह सक्रिय रहे।
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'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।