सूरजपुर। पुलिस विभाग में कार्यरत् एसआई एवं प्रधान आरक्षक के सेवानिवृत्त होने पर पुलिस विभाग द्वारा विदाई दी गई। विदाई कार्यक्रम आयोजित कर दोनों का श्रीफल, शाल एवं स्मृति चिन्ह भेंटकर उनका सम्मान किया। पुलिस अधीक्षक श्री आई कल्याण ऐलिसेला ने एसआई लवकुमार पाण्डेय एवं प्रधान आरक्षक छत्रसाय के स्वस्थ्य एवं दीर्घायु जीवन की कामना की एवं सेवानिवृत्त हो रहे एसआई व प्रधान आरक्षक को ग्रेज्युटी एवं पेंशन स्वीकृति के आदेश भी सौंपा। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि एसआई लवकुमार पाण्डेय पुलिस विभाग में 41 वर्ष एवं प्रधान आरक्षक छत्रसाय ने 39 वर्ष तक अपनी सेवाएं दी। अपनी सेवा के दौरान दोनों के द्वारा मुस्तैदी से अपनी ड्यूटी निभाई। सेवा के दौरान अपनी कार्यकुशलता का परिचय देते हुए अच्छे कार्यो का निष्पादन किया। इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मधुलिका सिंह, एसडीओपी राजेश जोशी, अमोलक सिंह, प्रकाश सोनी, पी.डी.कुजूर, एम्मानुएल लकड़ा सहित जिला पुलिस कार्यालय के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।
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'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।