सोमवार, 19 दिसंबर 2022

पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री रामकृष्ण साहू ने चिटफण्ड कंपनी के एजेंटों की ली बैठक।निवेशकों को रुपए वापस दिलाने चिटफंड कंपनियों की संपत्ति ढूंढ़ रही पुलिस।


सूरजपुर। निवेशकों के रुपए लौटाने के लिए पुलिस अब चिटफंड कंपनियों की कुंडली खांगालना शुरू कर दिया है। पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज सरगुजा श्री रामगोपाल गर्ग ने चिटफण्ड कंपनी के विरूद्ध दर्ज मामलों में जानकारी हासिल करते हुए कार्यवाही कराने के निर्देश दिए है। इसी तारतम्य में पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू ने सोमवार को चिटफंड कंपनियों में पूर्व में काम कर रहे एजेंटों को बुलाकर उनकी बैठक ली। उन्होंने कंपनियों के एजेंटों से चर्चा कर चिटफण्ड कंपनियों के डायरेक्टरों के चल-अचल सम्पत्तियां कहां-कहां है उसकी जानकारी से अवगत कराने कहा, जिसके आधार पर पुलिस उन्हें पकड़ सकेे साथ ही उनकी सम्पत्तियों की कुर्की भी कराई जा सके। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि प्रशासन व पुलिस चिटफण्ड के मामलों को लेकर गंभीरतापूर्वक कार्य कर रही है। प्राप्त जानकारियों के आधार पर पुलिस के द्वारा लगातार दबिश दी जा रही है। वेलफेयर रियल स्टेट कंपनी के एजेंट ने बताया कि कंपनी में निवेश करने वाले करीब 60 लोगों का 8.50 लाख रूपये वापस आ चुका है इसी प्रकार पीएसीएल कंपनी के एजेन्ट ने बताया कि 21 लोगों का करीब 2 लाख रूपये वापस आने की जानकारी दी। इस दौरान निरीक्षक जावेद मियादाद, एनआईसीएल, पीएसीएल, अभिनव हायर पर्चेस, आवास ग्रुप, फ्यूचर जनरल इंश्योरेंस बीमा के पूर्व एजेंट अमृत राजवाड़े, लक्ष्मण राजवाड़े, बटुलराम रजक, संजय चौबे, जितेन्द्र शर्मा, जयपाल मरकाम, विजय राजवाड़े, प्रसन राजवाड़े, रामकुमार राजवाड़े, शिवप्रसाद राजवाड़े, राम प्रसाद राजवाड़े मौजूद रहे। 

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।