रविवार, 11 दिसंबर 2022

एयरटेल टावर से बैट्री चोरी मामले में एक विधि विरूद्ध संघर्षरत् बालक सहित 5 गिरफ्तार, चौकी बसदेई पुलिस की कार्यवाही

  • चोरी के 3 घंटे के भीतर किया खुलासा, 88 हजार रूपये कीमत के 22 नग बैट्री बरामद 

सूरजपुर। ग्राम शिवप्रसादनगर निवासी नंदकिशोर शर्मा ने चौकी बसदेई में रिपोर्ट दर्ज कराया कि दिनांक 11.12.22 को यह ड्राईवर और गार्ड के साथ सुबह करीब 3 बजे सिरसी स्थित एयरटेल टावर के जनरेटर में डीजल डालने गये तो देखे कि टावर बाउन्ड्री के अंदर सेल्टर रूम में लगा ताला टूटा हुआ था अंदर जाकर देखे तो सेल्टर के अंदर लगा एक्साईड कंपनी का 22 नग बैट्री को कोई अज्ञात चोर चोरी कर ले गया। प्रार्थी की रिपोर्ट पर धारा 457, 380 के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया। मामले की सूचना पर पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू ने अज्ञात चोर की पतासाजी सक्रियतापूर्वक कर जल्द पकड़ने के निर्देश चौकी प्रभारी को दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मधुलिका सिंह व एसडीओपी सूरजपुर प्रकाश सोनी के मार्गदर्शन में चौकी बसदेई पुलिस अज्ञात चोर की सघन पतासाजी करते हुए सूचना तंत्र को एक्टीव कर लगाया। इसी बीच विश्वस्त सूत्र से जानकारी मिली कि ग्राम सिरसी निवासी उमेश सिंह अपने साथी मनीष, विनोद व राजू तथा 1 बालक के साथ मिलकर चोरी किए है। सूचना पर त्वरित कार्यवाही करते हुए दबिश देकर आरोपियों को पकड़ा गया। पूछताछ पर आरोपियों ने एयरटेल टावर में लगा बैट्री को बिक्री करने की मंशा से चोरी करना स्वीकार किए। आरोपियों के निशानदेही पर एक्साईड कंपनी का 22 नग बैट्री कीमत 88 हजार रूपये का बरामद कर आरोपी उमेश सिंह पिता स्व. जानसाय उम्र 22 वर्ष, मनीष कुशवाहा पिता अजय उम्र 22 वर्ष, विनोद कुशवाहा पिता स्व. परमेश्वर उम्र 35 वर्ष, राजू यादव पिता रामचरित्र उम्र 21 वर्ष सभी निवासी ग्राम सिरसी, चौकी बसदेई को गिरफ्तार किया गया तथा एक विधि विरूद्ध संषर्घरत् बालक के विरूद्ध विधि अनुसार कार्यवाही की गई। उपरोक्त कार्यवाही में चौकी प्रभारी बसदेई बृजेश यादव, एएसआई लक्ष्मी प्रसाद गुप्ता, मानिक दास, प्रधान आरक्षक आनंद सिंह, थॉमस मिंज, आरक्षक अमित सिंह, प्रदीप सोनवानी, सुरेश साहू, देवदत्त दुबे व गोरेश्वर सिंह सक्रिय रहे। 

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।