रविवार, 18 दिसंबर 2022

वनरक्षक को गाली-गलौज व जान से मारने की धमकी देने वाले 2 आरोपियों को थाना प्रतापपपुर ने किया गिरफ्तार

सूरजपुर। बीते दिन प्रतापपुर टुकूडांड बीट के वनरक्षक अनिल पैंकरा ने थाना प्रतापपुर में रिपोर्ट दर्ज कराया कि 2 सप्ताह पूर्व कनकनगर जंगल में गुलाम सिंह के द्वारा जंगल का 10 डिसमिल जमीन को अतिक्रमण कर खनिहाल बनाया था जिसे हटाने के लिए बोला गया था। दिनांक 17.12.22 को अपने साथी वनरक्षक नरेन्द्र राजवाड़े के साथ मोटर सायकल से शासकीय कार्य के लिए आवर्ती चराई केन्द्र (गौठान) जा रहे थे, ग्राम कनकनगर में गुलाम सिंह के घर पास पहुंचे तभी गुलाम सिंह व छत्रू के द्वारा मोटर सायकल को रूकवाकर गाली-गलौज कर जान से मारने की धमकी देकर मारपीट करने के लिए दौड़ाया गया। प्रार्थी की रिपोर्ट पर धारा 294, 506, 186, 353, 34 भादसं के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया।
            मामले की सूचना पर पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू ने आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के निर्देश थाना प्रभारी को दिए थे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मधुलिका सिंह व एसडीओपी प्रतापपुर अमोलक सिंह के मार्गदर्शन में थाना प्रतापपुर की पुलिस के द्वारा मामले के आरोपी गुलाम सिंह पिता सोमार साय उम्र 23 वर्ष व छत्रू पिता सोमार साय उम्र 19 वर्ष को घेराबंदी कर गिरफ्तार किया गया। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी प्रतापपुर लक्ष्मण सिंह धुर्वे, एएसआई अशोक तिर्की, प्रधान आरक्षक भगवत दयाल पैंकरा, घुनेश्वर केरकेट्टा, आरक्षक इन्द्रजीत सिंह, मनोज राय, अरविंद पाण्डेय, प्रवीण सिंह व दिलबर साडिल्य सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।