सूरजपुर। किसी भी घटना-दुर्घटना के कारण कानून व्यवस्था की स्थिति निर्मित होने पर उसके नियंत्रण के लिए पुलिस फोर्स की उपलब्धता सुनिश्चित कराने, बल को एकत्र करने में लगने वाले समय को दृष्टिगत रखते हुए पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू ने 50 पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों की रिजर्व पुलिस टीम का गठन कर सीएसपी जे.पी.भारतेन्दु को प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया है। शुक्रवार, 17 जून को पुलिस अधीक्षक ने रिजर्व पुलिस टीम को उनके कार्यो के बारे में आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए टीम को कहा कि कानून व्यवस्था की स्थिति निर्मित होने पर तत्परता के साथ जल्द से जल्द बलवा ड्रिल सहित अन्य जरूरी उपकरण के साथ मौके पर पहुंचे और मजबूती के साथ प्रभारी अधिकारी के निर्देश पर ड्यूटी करें। उन्होंने टीम का एक व्हाट्स एप ग्रुप भी बनवाया है ताकि जवानों को सूचना आदान-प्रदान की जा सके। इस दौरान एएसपी ए.के.जोशी, एसडीओपी सूरजपुर गीता वाघवानी, एसडीओपी प्रेमनगर प्रकाश सोनी, एसडीओपी प्रतापपुर अमोलक सिंह, एसडीओपी ओड़गी राजेश जोशी, एसआई शिवकुमार खुटे सहित क्यूआरटी के जवान मौजूद रहे।
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'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।