शुक्रवार, 17 जून 2022

स्पंदना स्फूर्ती फायनेंस कंपनी के ग्राहकों की राशि निकाल धोखाधड़ी करने के मामले में 1 आरोपी गिरफ्तार

थाना सूरजपुर पुलिस की कार्यवाही

सूरजपुर। दिनांक 16.06.2019 को मानपुर स्थित क्षेत्रीय प्रबंधक स्पंदना स्फूर्ती फायनेंस कंपनी के प्रबंधक रितेश टंडन थाना सूरजपुर में लिखित आवेदन देकर रिपोर्ट दर्ज कराया था कि सुनील यादव व 1 अन्य व्यक्ति के द्वारा स्पंदना स्फुर्ती फायनेंस कंपनी के माध्यम से महिलाओं का समूह बनाकर ऋण दिया जाता था जिसे दोनों कर्मचारियों ने कस्टमर के नाम पर बिना किसी जानकारी के उनके नाम पर लोन लेकर राशि को खुद अपने उपयोग में लाया गया, इन दोनों के द्वारा 38 ग्राहकों का रकम 523914 रूपये निकाल कर धोखाधड़ी किया गया। प्रार्थी की रिपोर्ट पर दोनों आरोपियों के विरूद्ध अपराध क्रमांक 206/19 धारा 420, 409, 34 भादसं. का मामला पंजीबद्ध किया गया, मामला पंजीबद्ध होने के बाद से ही दोनों आरोपी फरार थे। पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री रामकृष्ण साहू ने प्रकरण में फरार आरोपियों की पतासाजी कर जल्द पकड़ने के निर्देश थाना प्रभारी को दिए। एसडीओपी सूरजपुर गीता वाघवानी के मार्गदर्शन में पुलिस की टीम आरोपियों की पतासाजी में लगी थी इसी बीच नई तकनीक की मदद से जानकारी मिली कि आरोपी मध्यप्रदेश के अनुपपुर में है जिसके बाद थाना सूरजपुर की पुलिस ने अनुपपुर पहुंची और घेराबंदी कर आरोपी सुनील यादव पिता सुरेश यादव उम्र 31 वर्ष ग्राम पसला, जिला अनुपपुर मध्यप्रदेश को पकड़ा। पूछताछ पर आरोपी ने धोखाधड़ी को अपने 1 साथी के साथ मिलकर अंजाम देना स्वीकार किया। मामले में आरोपी को विधिवत् गिरफ्तार किया गया। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी सूरजपुर प्रकाश राठौर, एएसआई कृष्णा यादव, प्रधान आरक्षक मोहम्मद तालिक शेखआरक्षक कैलाश यादव, रौशन सिंह व युवराज यादव सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।