रविवार, 8 मई 2022

पत्नी की हत्या करने वाले हत्यारे पति को थाना झिलमिली पुलिस ने किया गिरफ्तार

सूरजपुर। रविवार को ग्राम बोझा थाना प्रतापपुर निवासी विजय सारथी ने थाना झिलमिली में रिपोर्ट दर्ज कराया कि उसका ससुर सीताराम 7 मई को पूजा पाठ करने के लिए दोनों बेटी दामाद को बुलाया था दोनों बेटी दामाद जब ग्राम भांडी अपने ससुर के यहां आये तो घर में ताला लगा हुआ था, ससुर को खोजने लगे तो नया घर से कुछ दूरी पर मिला जिससे सास के बारे में पूछने पर घर में है कहकर जंगल तरफ ले जाने लगा और बात को घुमाने लगा और बताया कि अनिता को मार दिया हॅू जिसके बाद नये घर जाकर देखे तो अनिता मृत अवस्था में मिली। सूचना पर मर्ग कायम कर पुलिस मौके पर पहुंची, मृतिका को धारदार हथियार टांगी से मारकर हत्या करना पाए जाने पर अपराध क्रमांक 66/2022 धारा 302, 201 भादवि का मामला पंजीबद्ध किया गया। मामले की सूचना पर पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री रामकृष्ण साहू ने आरोपी की जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश थाना झिलमिली पुलिस को दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर व एसडीओपी ओड़गी राजेश जोशी के मार्गदर्शन में थाना झिलमिली की पुलिस ने आरोपी सीताराम सारथी को घेराबंदी कर पकड़ा। पूछताछ पर उसने बताया कि चरित्र शंका को लेकर पत्नी को टांगी से प्रहार कर हत्या कर दिया। आरोपी के निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त टांगी जप्त कर उसे विधिवत् गिरफ्तार किया गया। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी झिलमिली बसंत खलखो, एएसआई पास्कल लकड़ा, प्रधान आरक्षक अलबिनुस तिर्की, हेमन्त सोनवानी, आरक्षक चंद्रदेव मरावी, आरक्षक रामाकुमार, रामदयाल राठिया, दिलपाल कसेरा, झुम्मुक लाल व महिला आरक्षक प्रफुल्ला मिंज सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।