शुक्रवार, 27 मई 2022

सूरजपुर पुलिस का दिखा मानवीय चेहरा, विक्षिप्त महिला व उसकी बच्ची को मिलाया अपनों से।


सूरजपुर। जिले की पुलिस का मानवीय चेहरा सामने आया है। जहां एक विक्षिप्त महिला एवं उसकी मासूम बच्ची को अपनों से मिलाया गया, महिला अपने घर से बिना बताए अपनी मासूम बच्ची को लेकर निकली थी। बीते दिन थाना जयनगर में पदस्थ महिला प्रधान आरक्षक पुष्पा पैंकरा जयनगर से बस में बैठकर सूरजपुर जा रही थी, बस स्टैण्ड में बस से एक विक्षिप्त महिला अपने 3 वर्षीय बच्ची के साथ उतरी जिसका हावभाव असामान्य था इसे भापते हुए महिला प्रधान आरक्षक ने विक्षिप्त महिला को थाना सूरजपुर लाया गया। थाना सूरजपुर के एसआई संतोष सिंह के द्वारा इसकी सूचना से पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू को अवगत कराया जिस पर उन्होंने महिला एवं उसकी बच्ची को खाने-पीने की चीजे उपलब्ध कराने, संवेदनशीलता व तत्परतापूर्वक महिला के निवास व परिजनों की जानकारी प्राप्त कर सकुशल घर भिजवाने के निर्देश दिए। पुलिस के द्वारा महिला को नास्ता पानी एवं बच्चे को चाकलेट उपलब्ध कराया और यह जानने का प्रयास किया कि वह कहां की रहने वाली है। काफी पूछताछ व अथक प्रयास के बाद महिला किसी भाषा में बड्बड़ाने लगी, भाषा कुसमी क्षेत्र का होने के आधार पर पुलिस ने थाना कुसमी से सम्पर्क कर महिला का फोटो वाटसएप पर भेजकर पतासाजी कराया, जिसके बाद ज्ञात हुआ कि विक्षिप्त महिला उरांवपारा कुसमी की रहने वाली है, महिला के परिजनों से सम्पर्क कर बुलाया गया और महिला एवं उसकी पुत्री को सखी वन स्टाप सेंटर भेजा। सूचना पाकर उसके परिजन सखी सेंटर सूरजपुर पहुंचे और महिला एवं उसकी पुत्री को अपने साथ घर ले गए। महिला एवं बच्ची को पाकर परिजनों ने पुलिस के प्रति आभार व्यक्त किया।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।