रविवार, 1 मई 2022

पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू के निर्देश पर प्रतिदिन लग रहा पुलिस का ग्राम चौपाल, आमजनता में हर्ष व्याप्त, ग्राम चौपाल में शिकायतों का पुलिस अधिकारी कर रहे मौके पर ही निराकरण

सूरजपुर। नवपदस्थ पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री रामकृष्ण साहू के द्वारा सामुदायिक पुलिसिंग को बढ़ावा देने हेतु ग्रामों में चलित थाना व ग्राम चौपाल लगाकर आमजनता की समस्याओं को गंभीरतापूर्वक सुनकर यथासंभव उसका मौके पर ही निराकरण करने के निर्देश जिले के थाना-चौकी प्रभारियों को दिए है। इसी परिपेक्ष्य में रविवार 01 मई 2022 को थाना विश्रामपुर के द्वारा ग्राम रामनगर व थाना रामानुजनगर के द्वारा ग्राम सुमेरपुर में ग्राम चौपाल का आयोजन किया गया। ग्राम चौपाल में ट्रेनी आईपीएस संदीप कुमार पटेल के द्वारा ग्रामीणों को कानून, साइबर क्राईम, वर्तमान में हो रहे धोखाधड़ी से जागरूक रहने की जानकारी देते हुए उनकी शिकायत-समस्याएं को सुना और निराकरण किया। सीएसपी जे.पी.भारतेन्दु ने चलित थाना में मौजूद जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों से चर्चा कर गांव की स्थिति के बारे में जानकारी ली। उन्होंने ग्रामीणों को कानून की जानकारी देते हुए अपराध से बचने की समझाईश दी और वर्तमान दौर में किए जा रहे फ्राड जिनमें बैंक एटीएम कार्ड बदलकर धोखाधड़ी करने तथा बैंक का अधिकारी अथवा कर्मचारी बनकर मोबाइल से आधार कार्ड एवं एटीएम कार्ड की गोपनीय जानकारी प्राप्त कर बैंक खातों से रकम पार करने की घटित हो रही घटनाओं की विस्तृत जानकारी ग्रामीणों को देते हुए ठगी का शिकार होने से बचने की सलाह दी। ग्राम सुमेरपुर में आयोजित ग्राम चौपाल में एसडीओपी प्रेमनगर प्रकाश सोनी ने भी ग्रामीणों की समस्याओं को सुना और त्वरित निराकरण किया। ग्रामीणों को यातायात नियमों की जानकारी देते हुए उसका पालन करने की अपील की। पुलिस के द्वारा लगाए जा रहे ग्राम चौपाल में ग्रामीणों की समस्याओं का मौके पर समाधान होने पर उनमें हर्ष व्याप्त है। इस दौरान थाना प्रभारी शिवकुमार खुटे, एसआई सुनीता भारद्वाज, एएसआई सोहन सिंह, हीरालाल साहू, प्रधान आरक्षक आनंद सिंह, सहित काफी संख्या में दोनों ग्रामों के ग्रामीणजन मौजूद रहे। 

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।