रविवार, 17 अप्रैल 2022

सूरजपुर पुलिस ने मादक पदार्थ गांजा के पौधों के साथ 01 को किया गिरफ्तार

सूरजपुर। पुलिस अधीक्षक श्री राजेश अग्रवाल ने जिले में नशीले पदार्थ के क्रय-विक्रय पर अंकुश लगाने एवं अवैध कारोबार में संलिप्त लोगों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही करने को लेकर पुलिस अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए है, निर्देश के पालन में थाना-चौकी प्रभारियों ने क्षेत्र में मजबूत सूचना तंत्र बिछा रखा है। शनिवार, 16 अप्रैल 2022 को ट्रेनी आईपीएस संदीप कुमार पटेल थाना प्रभारी विश्रामपुर को मुखबीर से सूचना मिली कि ग्राम रामनगर धौरापारा निवासी पवन सिंह अपने घर के पास बाड़ी में गांजा का पौधा उगाकर रखा है जिसकी सूचना से पुलिस अधीक्षक सूरजपुर को अवगत कराए जाने पर उन्होंने तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर व सीएसपी जे.पी.भारतेन्दु के मार्गदर्शन में ट्रेनी आईपीएस थाना प्रभारी विश्रामपुर ने पुलिस टीम के साथ मुखबीर सूचना की तस्दीकी व कार्यवाही हेतु ग्राम रामनगर निवासी पवन सिंह पिता अचंभित सिंह के यहां पहुंची और उसे तलब कर उसके बाड़ी में खोजबीन करने पर बाड़ी से 16 नग अवैध मादक पदार्थ गांजा का पौधा वजन 3 किलो 400 ग्राम कीमत करीब 15 हजार रूपये का पाए जाने पर पवन सिंह के विरूद्ध अपराध क्र. 70/22 धारा 21(क) एनडीपीएस एक्ट के तहत् अपराध पंजीबद्व कर विधिवत् गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया। इस कार्यवाही में ट्रेनी आईपीएस थाना प्रभारी विश्रामपुर संदीप कुमार पटेल, थाना प्रभारी शिवकुमार खुटे, प्रधान आरक्षक आनंद सिंह, आरक्षक मोहम्मद अकरम, बिसुन पैंकरा व अन्य स्टाफ सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।