शनिवार, 22 जनवरी 2022

प्रभारी पुलिस अधीक्षक सूरजपुर ने ली थाना-चौकी प्रभारियों की वर्चुअल क्राईम मीटिंग


सूरजपुर।     थानों में पंजीबद्ध अपराधों खासकर महिलाओं व बच्चों से संबंधित मामलों में त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित करते हुए पंजीबद्ध मामलों की गंभीरता व संवेदनशीलता के आधार पर निराकरण करने एवं पीड़ितों को जल्द न्याय मिले इस हेतु प्रकरण की सही तरीके से विवेचना पूर्ण कर चालान न्यायालय में पेश हो, लंबित शिकायत, मर्ग जांच का निराकरण जल्द हो इसी उद्देश्य से प्रभारी पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश अग्रवाल ने शनिवार 22 जनवरी 2022 को वर्चुअल माध्यम से जिले के सभी पुलिस राजपत्रित अधिकारी व थाना-चौकी प्रभारियों की क्राईम मीटिंग ली। उन्होंने थाना-चौकी प्रभारियों से उनके यहां लंबित महिलाओं व बच्चों से संबंधित अपराधों, शिकायत, गुम इंसान तथा मर्ग के लंबित रहने के बारे में विस्तृत जानकारी ली और उन्हें जल्द निराकरण करने, टीम वर्क से काम करने एवं कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए नागरिकों को जागरूक करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पीड़ित व्यक्ति को न्याय दिलाने की दिशा में उचित कार्यवाही करें, समस्या लेकर फरियादी के थाना-चौकी आने पर उसे घुमाए नहीं बल्कि उसके समस्या को गंभीरतापूर्वक सुने और त्वरित कार्यवाही करने व कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सभी को बूस्टर डोज लगवाने के निर्देश दिए। वर्ष 2021 में थाना-चौकी में पंजीबद्ध कुल अपराध सहित अन्य जानकारियों का डाटा पूछे जाने पर चौकी प्रभारी लटोरी सुनील सिंह ने वर्ष 2021 के पंजीबद्ध सभी अपराधों का शत् प्रतिशत निकाल किया जाना बताया जिस पर प्रभारी पुलिस अधीक्षक ने चौकी प्रभारी को 500 रूपये नगद पुरस्कार देने की घोषणा की। इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर, एएसपी पी.एस.महिलाने, डीएसपी सुश्री नंदनी पैंकरा, कार्यालय अधीक्षक संतोष वर्मा, स्थापना प्रभारी अखिलेश सिंह मौजूद रहे तथा सीएसपी जे.पी.भारतेन्दु, एसडीओपी प्रेमनगर प्रकाश सोनी, एसडीओपी प्रतापपुर अमोलक सिंह एसडीओपी ओड़गी राजेश जोशी सहित सभी थाना-चौकी प्रभारी इस वर्चुअल मीटिंग से जुड़े रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।